संबंधित खबरें
PM Modi के मजबूत नेतृत्व के सामने झुकी अमेरिका, बदलना पड़ा ये कानून, मुंह ताकते रह गए जिनपिंग-शहबाज
न अमेरिका, न यूरोप, 1 टीवी शो की वजह से रूस-यूक्रेन के बीच छिड़ गई जंग, वो एक्टर जो आगे चलकर बना राष्ट्रपति और बर्बाद कर दिया अपना देश
दुश्मनों के बदले अपने ही लड़ाकू विमान पर दाग दिया गोला, अब दुनिया में बन रहा है मजाक, जाने जेट पायलटों का क्या हुआ हाल?
यूक्रेन ने युद्ध के मैदान में उतारी रोबोट सेना, रूसी सेना के खिलाफ दर्ज की पहली जीत, पुतिन की बढ़ गई सांसे
ट्रंप की दबंगई की चालू, चीन और यूरोपीय देशों के बाद इस देश को दे डाली धमकी, दुनिया भर में मची हड़कंप
'किसी भी तरह की घुसपैठ बर्दाश्त नहीं…' जिसने दिया खाने को रोटी, पाकिस्तान उसी देश को दिखा रहा आंख
India News (इंडिया न्यूज),Russia-Ukraine war: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले ढाई साल से चल रहा युद्ध जल्द खत्म होता नहीं दिख रहा है। इस वजह से यूक्रेन लगातार शांति समझौते पर जोर दे रहा है। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अगली शांति समझौता बैठक के लिए भारत एक अच्छा स्थान हो सकता है। पिछली बार शांति शिखर सम्मेलन स्विट्जरलैंड में आयोजित किया गया था। यूक्रेन को उम्मीद है कि इस शांति वार्ता के जरिए फरवरी 2022 से चल रहा युद्ध रुकेगा।
जेलेन्स्की का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यूक्रेन की एक दिवसीय यात्रा पूरी कर भारत लौटे हैं। वे पोलैंड से ट्रेन से कीव पहुंचे, जहां उन्होंने राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात की। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि वे चाहते हैं कि दोनों देश मिलकर इस संघर्ष का समाधान निकालें। उन्होंने बातचीत पर जोर दिया था। पीएम मोदी ने यूक्रेन रवाना होने से पहले यह भी कहा था कि वे चाहते हैं कि इस देश में जल्द से जल्द शांति लौट आए।
यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की द्वारा दिए गए प्रस्ताव को काफी अहम माना जा रहा है। इसकी वजह यह है कि अगर यहां शांति वार्ता होती है और युद्ध रोकने पर आम सहमति बनती है तो इसे भारत की कूटनीतिक जीत माना जाएगा। सूत्रों के मुताबिक भारत फिलहाल इस प्रस्ताव पर नजर बनाए हुए है। वह यह भी समझने की कोशिश कर रहा है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन इस पर कितना सहमत होंगे। वह शांति शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने भारत आएंगे या नहीं, इस पर भी अभी नजर रखी जा रही है।
मीडिया से बात करते हुए जेलेंस्की ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से कहा है कि शांति शिखर सम्मेलन भारत में आयोजित किया जा सकता है। जेलेंस्की ने बताया, “जहां तक शांति शिखर सम्मेलन का सवाल है, मैं वाकई मानता हूं कि दूसरा शांति शिखर सम्मेलन होना चाहिए।
यह अच्छा होगा अगर यह ग्लोबल साउथ देशों में से किसी एक में आयोजित किया जा सके।” उन्होंने आगे कहा, “हम इस बारे में पूरी तरह से बात कर रहे हैं। सऊदी अरब, कतर, तुर्की और स्विट्जरलैंड जैसे देश हैं, हम फिलहाल इन देशों से शांति शिखर सम्मेलन आयोजित करने के बारे में बात कर रहे हैं। मैंने प्रधानमंत्री मोदी से कहा कि हम भारत में वैश्विक शांति शिखर सम्मेलन आयोजित कर सकते हैं। यह एक बड़ा देश है, यह एक महान लोकतंत्र है – सबसे बड़ा।”
Manimahesh Yatra 2024: श्रद्धालुओं का इंतजार खत्म, 15 दिनों तक चलेगी मणिमहेश यात्रा
फोन की तरह इंसान के शरीर में भी होता है ‘फ्लाइट मोड’, जानें कैसे होता है ऑन-ऑफ
Unified Pension Scheme: अब बिहार में लागू होगा UPS, जानिए JDU पार्टी का जवाब
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.