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India News (इंडिया न्यूज),Bangladesh:सोमवार (14 अक्टूबर) को बांग्लादेश के चटगाँव जिले के सीताकुंडा उपजिला में 80 वर्षीय हिंदू पुजारी का शव उनके घर के बाहर पेड़ से लटका मिला। रिपोर्ट के अनुसार मृतक की पहचान सुकुमार दास के रूप में हुई है। वह लोकनाथ मंदिर के रखवाले थे, जिसकी स्थापना उन्होंने बारबाकुंडा संघ के मध्य महमूदाबाद इलाके में की थी।
जाहिर है, दास की हत्या पहले की गई और फिर उसके घर के बाहर आंवले के पेड़ से लटका दिया गया। हिंदू व्यक्ति ने आत्महत्या नहीं की होगी, क्योंकि उसके पैर ज़मीन को छूते हुए दिखाई दे रहे थे। मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस घटनास्थल पर पहुँची और सुकुमार दास के शव को पोस्टमार्टम के लिए चटगाँव मेडिकल कॉलेज और अस्पताल भेज दिया।स्थानीय हिंदू समुदाय के अनुसार, मृतक बीमार होने के बावजूद हर दिन मंदिर में सेवा करता था। दास रात को 8 बजे तक खाना खाकर सो जाता था। वह सुबह जल्दी उठता और लोकनाथ मंदिर में पूजा करता।
In Sitakunda, Chittagong, a Hindu temple caretaker (Sukumar Das) was found hanging from a tree, appearing to have been killed and then hanged. The incident took place in Barbakund, Loknath Temple in #Chittagong. #SaveBangladeshiHindus #BangladeshiHindus pic.twitter.com/j8wFbps8GB
— Voice Of Bangladeshi Hindus 🇧🇩 (@hindu8789) October 14, 2024
मृतक के अब 4 बेटे और 4 बेटियाँ हैं। सुकुमार दास के मझले बेटे झंटू दास ने प्रोथोम अलो से बात की और 80 वर्षीय व्यक्ति की आत्महत्या की किसी भी संभावना से इनकार किया।उन्होंने कहा, “मेरे पिता आत्महत्या नहीं कर सकते थे। उनकी हत्या करके उन्हें पेड़ से लटका दिया गया था। रस्सी से लटकते समय अगर किसी का पैर ज़मीन पर हो तो उसकी मौत नहीं हो सकती।” यह घटनाक्रम बांग्लादेश में हिंदुओं पर चल रहे इस्लामी हमलों के बीच हुआ है, खासकर वार्षिक दुर्गा पूजा के दौरान।
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