संबंधित खबरें
तीसरे विश्व युद्ध की आहट के बीच दुनिया के 10 ताकतवर देशों का चल गया पता, कितने नंबर पर है भारत-पाकिस्तान?
टैक्सी में हत्यारे ने कबूला जुर्म, ड्राइवर ने गोलमोल बातों में घुमा कर पुलिस को किया फोन, फिर जो हुआ…कातिल रह गया सन्न
रूस के जिस ब्रह्मास्त्र से डरकर दुबक रहा है यूक्रेन, 28 साल पहले तानाशाह को किया सरेंडर, भयंकर गलती या मजबूरी?
अमेरिका का ये पावरफुल दोस्त Netanyahu को करेगा गिरफ्तार! दुनिया के सबसे ताकतवर देश में क्यों मची हलचल?
कैसे 'सेक्स टूरिज्म' का हब बन गया ये हाईटेक शहर? हालत देखकर पूरी दुनिया को आ गया तरस
क्या इस जगह फटने वाला है परमाणु बम? अपना घर छोड़कर भाग रहे हैं 'बड़े लोग', भारत के दोस्त का ठनका माथा
इंडिया न्यूज, तालिबान (Taliban): अफगानिस्तान में तालिबान (Taliban) द्वारा नई सरकार के गठन की कोशिशें तेज हो गई हैं। हालांकि, अभी तक तालिबान ने सरकार को लेकर कोई ऐलान नहीं किया है लेकिन अंतरिम सरकार के मंत्रियों के नाम जरूर घोषित किए गए हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, तालिबान अमेरिका में हुए 9/11 हमले की 20 बरसी (20th anniversary of 9/11 attacks) पर ही अपनी सरकार के गठन (government formation) का ऐलान कर सकता है। ताबिलान को तब तक मंत्रियों के नामों पर चर्चा के लिए समय भी मिल जाएगा वहीं अमेरिका को इससे एक खास संदेश देने की भी कोशिश की जाएगी। बता दें कि 11 सितंबर 2021 को अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए सबसे बड़े आतंकी हमले की बीसवीं बरसी भी है। इसी 9/11 हमले के बाद 20 साल पहले अमेरिका ने अफगानिस्तान पर हमला बोला था। तब अफगानिस्तान में तालिबान की सरकार थी। अमेरिका ने इस हमले के बाद तालिबान को सरकार से उखाड़ फेंका था। अब तालिबान से डील के बाद आखिरकार 20 साल बाद अमेरिकी सैनिकों की अफगानिस्तान से वापसी हो चुकी है। ऐसे में माना जा रहा है कि तालिबान 9/11 हमले की बरसी पर ही अपनी सरकार का खाका दुनिया के सामने पेश करेगा। मुल्लाह हसन अखुंद ने 2001 में अमेरिकी सेना के आने से पहले भी तालिबानी शासन में मंत्री पद संभाला है।
कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि हाल ही में हुए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के चीफ के काबुल दौरे पर मुल्लाह हसन अखुंद के नाम पर सहमति बन गई है। आईएसआई चीफ फैज हामिद अब वापस इस्लामाबाद भी जा चुके हैं। मुल्लाह हसन अखुंद का जन्म कंधार में हुआ था, जिसे तालिबान की जन्मस्थली भी माना जाता है। अखुंद के पास फिलहाल तालिबान के शक्तिशाली संगठन रहबरी शूरा की कमान है, जो अहम फैसले लेती है। इतना ही नहीं मुल्लाह हसन तालिबान के सर्वोच्च नेता हिबतुल्लाह अखुंदजादा का करीबी भी माना जाता है। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हक्कानी नेटवर्क के प्रमुख सिराजुद्दीन हक्कानी के गृह मंत्री होने की संभावना है, जबकि तालिबान के संस्थापक मुल्ला मोहम्मद उमर के बेटे मुल्ला याकूब देश के रक्षा मंत्री के रूप में पदभार संभाल सकता है। तालिबान नेतृत्व जबीहुल्लाह मुजाहिद को नव-घोषित अमीरात के सूचना मंत्री के रूप में नियुक्त करने के लिए इच्छुक है। तालिबान सूत्रों के हवाले से एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मुल्ला अमीर खान मुत्ताकी को विदेश मंत्री बनाया जा सकता है।
Shubhendru Adhikari : भवानीपुर से ममता के खिलाफ नहीं लड़ेंगे शुभेंद्रु अधिकारी
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.