Hindi News / International / Unique Report Uis Released Report

Unique Report:  UIS ने जारी किया रिपोर्ट, दुनिया से भूखमरी और बेरोजगारी खत्म करने में दुनिया अब भी 85 फीसदी पीछे

India News,(इंडाया न्यूज),Unique Report: दुनिया से बेरोजगारी और भूखमरी खत्म करने के लिए कई सारे प्रयास किए जा रहे है। वहीं संयुक्त राष्ट्र महासभा के 70वें सत्र में ये तय किया गया कि, 2015 से 2030 के दौरान दुनिया से भूख, चरम गरीबी, तमाम बीमारियां व बेरोजगारी को खत्म कर दिया जाएगा। कुल मिलाकर 17 ऐसे […]

BY: Shubham Pathak • UPDATED :
Advertisement · Scroll to continue
Advertisement · Scroll to continue

India News,(इंडाया न्यूज),Unique Report: दुनिया से बेरोजगारी और भूखमरी खत्म करने के लिए कई सारे प्रयास किए जा रहे है। वहीं संयुक्त राष्ट्र महासभा के 70वें सत्र में ये तय किया गया कि, 2015 से 2030 के दौरान दुनिया से भूख, चरम गरीबी, तमाम बीमारियां व बेरोजगारी को खत्म कर दिया जाएगा। कुल मिलाकर 17 ऐसे क्षेत्र तय किए गए, जिनमें मानव विकास को गति देनी थी। जिसके बाद यूआईएस के ने इस लक्ष्य को याद दिलाने के लिए एक रिपोर्ट तैयार किया है जिस रिपोर्ट के अनुसार दुनिया अभी भी 85 फीसदी पीछे चल रही है। बता दें कि, यूनाइडेट इन साइंस 2023 रिपोर्ट के मुताबिक, जलवायु परिवर्तन इन लक्ष्यों को हासिल करने में बाधक बना है।

विश्व मौसम विज्ञान संगठन का दावा

सामने आ रही जानकारी के अनुसार, विश्व मौसम विज्ञान संगठन ने 18 वैश्विक एजेंसियों के साझे प्रयास से तैयार रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि, जलवायु बदलावों के खिलाफ जारी प्रयास अगर मौजूदा गति से ही चलते रहे, तो 2030 से पहले ही दुनिया 1.5 डिग्री सेल्सियस तापमान की सीमा लांघ जाएगी और इस सदी के अंत तक दुनिया 2.8 डिग्री सेल्सियस ज्यादा गर्म होगी।

भारत के पलटवार से घबराया पाकिस्तान…पीएम शहबाज ने चली नई चाल, जाने आखिर क्या है शिमला समझौता?

Unique Report

अगर अब भी तीव्र और प्रभावी कदम नहीं उठाए गए तो मानवता के अस्तित्व के लिहाज से अनर्थ हो जाएगा। वहीं संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने रिपोर्ट की प्रस्तावना में लिखा कि, 2023 ने स्पष्ट रूप से दिखाया है कि जलवायु परिवर्तन भविष्य की बात नहीं, बल्कि अभी घटित हो रहा है। चरम मौसम दुनियाभर में तबाही मचा रहा है। हम जानते हैं कि यह सिर्फ शुरुआत है, वैश्विक प्रतिक्रिया बहुत धीमी हो रही है। इस बीच, सतत विकास लक्ष्यों के लिए 2030 की समयसीमा के आधे रास्ते में दुनिया बुरी तरह से पटरी से उतर गई है।

कार्बन उत्सर्जन में हुई वृद्धि

इन सबके अलावा हम आपको जारी रिपोर्ट की एक और खास बात बताएंगे कि, जारी रिपोर्ट में साफ-साफ कहा गया है कि, अगर दुनिया को पेरिस समझौते के मुताबिक तापमान को 2 डिग्री सेल्सियस से नीचे रखना है, तो 2030 तक वैश्विक ग्रीनहाउस गैस में 45% तक की कटौती करनी होगी। चिंता की बात यह है कि 2021 की तुलना में 2022- 23 में कार्बन उत्सर्जन में वैश्विक स्तर पर 1 फीसदी की वृद्धि हुई है।

ये भी पढ़े

Tags:

India News in HindiLatest India News Updates
Advertisement · Scroll to continue

लेटेस्ट खबरें

Advertisement · Scroll to continue