India News (इंडिया न्यूज), US Ban Ex-President Entry : अमेरिका से जो खबर सामने आ रही है उसने सभी को हैरान कर दिया है। हाल के समय में कई बड़े फैसले लेने के बाद ट्रंप ने एक देश की राष्ट्रपति की एंट्री पर बैन लगा दिया है। असल में अमेरिका की तरफ से अर्जेंटीना की पूर्व राष्ट्रपति क्रिस्टीना फर्नांडीज डी किर्चनर की एंट्री पर बैन लगाया गया है।
इस फैसले के पीछे की वजह भी सामने आ गई है। खबरों के मुताबिक ट्रंप प्रशासन ये प्रतिबंध उनके खिलाफ लगे भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी के गंभीर आरोपों के चलते की वजह से लगाया है। क्रिस्टीना फर्नांडीज के अलावा अमेरिकी विदेश विभाग ने अर्जेंटीना के पूर्व योजना मंत्री जूलियो मिगुएल डी विडो और उनके परिवारों पर भी बैन लगाया है।
Donald Trump : Trump ने इस देश के राष्ट्रपति के अमेरिका आने पर लगाया बैन
जानकारी के लिए बता दें कि क्रिस्टीना और डी विडो पर अपने कार्यकाल के दौरान कई सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी में शामिल होने का आरोप है। इसके कारण अर्जेंटीना सरकार को लाखों डॉलर का नुकसान हुआ। इसके बाद अदालतों ने उन्हें दोषी करार दिया है। इसके बाद शुक्रवार 21 मार्च को अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने जानकारी देते हुए बताया कि फर्नांडीज और डी विडो को भ्रष्टाचार के मामलों में दोषी ठहराया गया है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि अमेरिका निजी लाभ के लिए सार्वजनिक शक्ति का दुरुपयोग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रखेगा। उन्होंने कहा, ‘ये प्रतिबंध वैश्विक स्तर पर भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। हम किसी भी भ्रष्ट व्यक्ति को नहीं बख्शेंगे।
अर्जेंटीना की संघीय अदालत ने भ्रष्टाचार के मामले में दोनों को दोषी करार देते हुए छह साल जेल और सार्वजनिक पद पर आजीवन प्रतिबंध की सजा सुनाई थी। इस मामले में मुख्य अभियोजक ने इस घोटाले को अर्जेंटीना के इतिहास का सबसे बड़ा भ्रष्टाचार घोटाला करार दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने भी निचली अदालत के फैसले को बरकरार रखा था।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अर्जेंटीना की पूर्व राष्ट्रपति क्रिस्टीना फर्नांडीज की हत्या की कोशिश हो चुकी है। 2022 में ब्यूनस आयर्स में फर्नांडीज के घर के बाहर एक शख्स ने उन पर बंदूक तान दी और ट्रिगर दबा दिया, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण गोली नहीं चली। इस घटना के बाद अर्जेंटीना में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए और हजारों की संख्या में उनके समर्थक सड़कों पर उतर आए।