होम / US Election 2024 : डोनाल्ड ट्रंप या कमला हैरिस…किसे वोट दे रहे हैं भारतवंशी, सर्वे में हुआ बड़ा खुलासा

US Election 2024 : डोनाल्ड ट्रंप या कमला हैरिस…किसे वोट दे रहे हैं भारतवंशी, सर्वे में हुआ बड़ा खुलासा

Divyanshi Singh • LAST UPDATED : November 5, 2024, 8:09 pm IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

US Election 2024 : डोनाल्ड ट्रंप या कमला हैरिस…किसे वोट दे रहे हैं भारतवंशी, सर्वे में हुआ बड़ा खुलासा

Us Election

India News (इंडिया न्यूज), US elections 2024: अमेरिका के 50 राज्यों में अगले राष्ट्रपति के लिए वोट डाले जा रहे हैं। इस चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी  की ओर से पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप मैदान में हैं तो डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से कमला हैरिस उनके खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं। दोनों में से किसी की जीत या हार का साफ अनुमान लगाना मुश्किल है। दोनों ने ही साबित कर दिया है कि वे मजबूत उम्मीदवार हैं। अब सवाल यह है कि इस बार भारतीय समुदाय किस तरफ है, किसे वोट देने जा रहा है। अमेरिका में भारतीय-अमेरिकी समुदाय की संख्या करीब 52 लाख है। ऐतिहासिक रूप से भारतीय समुदाय का झुकाव हमेशा से डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर रहा है। लेकिन मतदान के दिन तक भारतीय-अमेरिकियों के बीच वोटिंग समर्थन में खासा बदलाव के संकेत मिल रहे हैं। हालांकि, सर्वे बताते हैं कि भारत से गहरा नाता रखने वाली कमला हैरिस को भारतीयों का समर्थन जरूर बढ़ा है।

साथ ही, रिपब्लिकन के रूप में पहचान रखने वाले भारतीय अमेरिकियों का अनुपात कुछ समय के लिए घटकर 21% रह गया है, जिसके और भी कम होने की उम्मीद है। हालांकि, कई भारतीय-अमेरिकी ऐसे भी हैं जो स्वतंत्र विचारों वाले हैं। खुले तौर पर तटस्थ दिखने की कोशिश कर रहे हैं। वे वोट जरूर देंगे, लेकिन आखिरी समय पर अपना मन बनाएंगे। अमेरिकी मीडिया में माना जा रहा है कि स्वतंत्र भारतीयों का वोट आखिरकार डोनाल्ड ट्रंप की बजाय कमला को जा सकता है।मतदान से ठीक पहले नए सर्वेक्षणों के अनुसार, लगभग 61% भारतीय अमेरिकी भारतीय मूल की डेमोक्रेटिक उम्मीदवार और वर्तमान उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को वोट देने की योजना बना रहे हैं। इसके विपरीत, लगभग 31% ने डोनाल्ड ट्रंप को वोट देने की मंशा जताई।

भारतीय किस आधार पर वोट देते हैं?

आर्थिक नीतियों पर 

भारतीय अमेरिकी आम तौर पर औसत अमेरिकी से अधिक अमीर होते हैं, उनकी औसत घरेलू आय राष्ट्रीय औसत से बहुत अधिक होती है। यह आर्थिक सफलता उनकी राजनीतिक प्राथमिकताओं को प्रभावित कर सकती है, खासकर उन नीतियों के संबंध में जो व्यापार और आर्थिक विकास को प्रभावित करती हैं।

सांस्कृतिक और सामाजिक मुद्दे

सामाजिक मुद्दों और यू.एस.-भारत संबंधों पर समुदाय के विचार भी उनके मतदान निर्णयों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। रिपब्लिकन पार्टी ने इन मोर्चों पर अपनी नीतियों पर जोर देकर भारतीय अमेरिकियों को आकर्षित करने का सक्रिय प्रयास किया है।

महिलाएं 

भारतीय अमेरिकियों के बीच मतदान वरीयताओं में उल्लेखनीय लैंगिक विभाजन है। 67% महिलाएं हैरिस को वोट देने का इरादा रखती हैं, केवल 53% पुरुष इस इरादे को साझा करते हैं। इसके विपरीत, महिलाओं (22%)45 की तुलना में पुरुषों (39%) का प्रतिशत ट्रम्प को वोट देने की योजना बना रहा है।

50 प्रतिशत श्वेत समुदाय

आपको बता दें कि अमेरिका में कुल वोटों का 50 प्रतिशत श्वेत समुदाय से है जबकि अश्वेत समुदाय के वोटों का प्रतिशत 33 प्रतिशत है, जिसमें अश्वेत, भारतीय, एशियाई आदि शामिल हैं। जी हां, इस श्वेत समुदाय में, उनमें से आधे डेमोक्रेटिक पार्टी के समर्थक माने जाते हैं, जबकि बाकी आधी आबादी रिपब्लिकन की ओर बढ़ती रही है। यही वजह है कि डोनाल्ड ट्रंप की चिढ़ बढ़ गई है, उन्हें कमला हैरिस एक मजबूत उम्मीदवार लगती हैं।

US Presidential Election 2024: हैरिस या ट्रंप किसकी जीत से भारत को होगा ज्यादा फायदा? जानकर उड़ जाएंगे होश

 

 

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

नए डीजीपी बने कैलाश मकवाना, 1 दिसंबर को अपने नए पद का संभालेंगे कार्यभार
नए डीजीपी बने कैलाश मकवाना, 1 दिसंबर को अपने नए पद का संभालेंगे कार्यभार
पर्स में ये एक चीज रखते ही खींची आती है मां लक्ष्मी…पैसों के साथ-साथ जीवन में भी भर देती है सुख-समृद्धि
पर्स में ये एक चीज रखते ही खींची आती है मां लक्ष्मी…पैसों के साथ-साथ जीवन में भी भर देती है सुख-समृद्धि
जलने लगा पाकिस्तान, शिया और सुन्नी मुस्लिमों के बीच मचा घमासान! आखिर क्यों गई 47 की जान और मिटाया पाकिस्तानी झंडे का नामोनिशान?
जलने लगा पाकिस्तान, शिया और सुन्नी मुस्लिमों के बीच मचा घमासान! आखिर क्यों गई 47 की जान और मिटाया पाकिस्तानी झंडे का नामोनिशान?
MP Weather Update: नवंबर रहा पिछले 10 साल का सबसे ठंडा महीना, ठंडक और बढ़ने की मौसम विभाग ने दी चेतावनी
MP Weather Update: नवंबर रहा पिछले 10 साल का सबसे ठंडा महीना, ठंडक और बढ़ने की मौसम विभाग ने दी चेतावनी
Delhi Weather Update: मौसम का बदलता मिजाज, ठंडी हवाओं से बढ़ेगी ठंडक
Delhi Weather Update: मौसम का बदलता मिजाज, ठंडी हवाओं से बढ़ेगी ठंडक
Himachal Weather Update: लंबे समय का इन्तजार हुआ खत्म, सीजन की पहली बर्फबारी से सूखे की समस्या हुई खत्म
Himachal Weather Update: लंबे समय का इन्तजार हुआ खत्म, सीजन की पहली बर्फबारी से सूखे की समस्या हुई खत्म
फंस गए नेतन्याहू! इस छोटे से देश ने इजरायली PM को दी चुनौती, अब क्या गिरफ्तार हो जाएंगे हमास-हिजबुल्लाह के संहारक?
फंस गए नेतन्याहू! इस छोटे से देश ने इजरायली PM को दी चुनौती, अब क्या गिरफ्तार हो जाएंगे हमास-हिजबुल्लाह के संहारक?
महाराष्ट्र का अगला CM कौन? पीएम मोदी ने इशारों-इशारों में फडणवीस, पवार और शिंदे को दिया संदेश, जानें महायुति में किससे क्या कहा?
महाराष्ट्र का अगला CM कौन? पीएम मोदी ने इशारों-इशारों में फडणवीस, पवार और शिंदे को दिया संदेश, जानें महायुति में किससे क्या कहा?
Bloody Piles Solution: इस देसी दवाई में छिपे है खूनी बवासीर को जड़ से खत्म कर देने के कई गुण, 1 हफ्ते में कर देगी साफ-सुथरा
Bloody Piles Solution: इस देसी दवाई में छिपे है खूनी बवासीर को जड़ से खत्म कर देने के कई गुण, 1 हफ्ते में कर देगी साफ-सुथरा
2025 में राहु-केतु करेंगे इन 3 राशियों का बंटा धार, राजा से फ़कीर बनाने में नहीं छोड़ेंगे कोई कसर, जानें नाम
2025 में राहु-केतु करेंगे इन 3 राशियों का बंटा धार, राजा से फ़कीर बनाने में नहीं छोड़ेंगे कोई कसर, जानें नाम
शुगर के लिए किसी ‘साइलेंट किलर’ से कम नहीं ये फूड…चीनी और मैदा तो यूंही है बदनाम, उनसे भी 3 गुना ज्यादा खतरनाक है ये चीज?
शुगर के लिए किसी ‘साइलेंट किलर’ से कम नहीं ये फूड…चीनी और मैदा तो यूंही है बदनाम, उनसे भी 3 गुना ज्यादा खतरनाक है ये चीज?
ADVERTISEMENT