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India News (इंडिया न्यूज), US Iraq Base Attack: एक अमेरिकी रक्षा अधिकारी ने कहा कि इराक में अल-असद एयरबेस पर अमेरिकी और गठबंधन बलों के खिलाफ सोमवार (5 अगस्त) को एक संदिग्ध रॉकेट हमले में कई अमेरिकी कर्मी घायल हो गए। अधिकारी ने कहा कि हम पुष्टि कर सकते हैं कि आज इराक के अल-असद एयरबेस पर अमेरिकी और गठबंधन बलों के खिलाफ एक संदिग्ध रॉकेट हमला हुआ था। अधिकारी ने कहा कि शुरुआती संकेत हैं कि कई अमेरिकी कर्मी घायल हुए हैं। बेस के कर्मी हमले के बाद हुए नुकसान का आकलन कर रहे हैं।
दरअसल, यह हमला मध्य पूर्व में अत्यधिक तनाव के बीच हुआ है, क्योंकि अमेरिका पिछले सप्ताह तेहरान में हमास के राजनीतिक नेता इस्माइल हनीयेह की हत्या को लेकर इजरायल के खिलाफ ईरान की जवाबी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है। इजरायल ने हनीयेह की हत्या पर कोई टिप्पणी नहीं की है। लेबनान में हिजबुल्लाह ने भी हनीयेह की हत्या से एक दिन पहले बेरूत में अपने एक शीर्ष कमांडर की हत्या के बाद इजरायल पर जवाबी कार्रवाई की कसम खाई है। यह हमला रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन द्वारा क्षेत्र में अतिरिक्त सैन्य संपत्ति का आदेश देने के कुछ ही दिनों बाद हुआ है। जिसमें एक वाहक स्ट्राइक समूह, एक लड़ाकू स्क्वाड्रन और मध्य पूर्व में अतिरिक्त युद्धपोत भेजे गए हैं।
US personnel hurt in attack against base in Iraq, officials say, reports Reuters
— ANI (@ANI) August 5, 2024
बता दें कि, यह स्पष्ट नहीं है कि सोमवार को रॉकेट हमला किसने किया। लेकिन अमेरिकी अधिकारी लंबे समय से इराक और सीरिया में सैनिकों पर हमलों के लिए ईरान समर्थित मिलिशिया समूहों को दोषी ठहराते रहे हैं। पेंटागन की उप प्रेस सचिव सबरीना सिंह ने पिछले महीने अल असद पर ड्रोन हमले के बाद कहा था कि यह सबसे अधिक संभावना ईरानी समूहों द्वारा किया गया था। सिंह ने 18 जुलाई को कहा कि हम जानते हैं कि ये IRGC समर्थित मिलिशिया हैं जिन्होंने अतीत में अमेरिकी सेना पर ये हमले किए हैं। सबसे अधिक संभावना है कि यह उन संबद्ध समूहों में से एक है।
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