बच्चेदानी में गांठ होने पर दिखते हैं ये 5 मुख्य लक्षण, इन संकेतो को जान समय रहते ही संभाल ले सिचुएशन
Lump In The Uterus: बच्चेदानी में गांठ होने के कुछ मुख्य लक्षणों में अत्यधिक मासिक धर्म रक्तस्राव, पेल्विक दर्द या दबाव, बार-बार पेशाब आना, पेट में सूजन या फुलावट, और गर्भधारण में कठिनाई शामिल हैं।
India News (इंडिया न्यूज), Lump In The Uterus:बच्चेदानी में गांठ (Fibroids) एक सामान्य समस्या है जो महिलाओं को प्रभावित कर सकती है। अगर इसे समय पर पहचाना न जाए, तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है। बच्चेदानी में गांठ होने के कुछ मुख्य लक्षणों में अत्यधिक मासिक धर्म रक्तस्राव, पेल्विक दर्द या दबाव, बार-बार पेशाब आना, पेट में सूजन या फुलावट, और गर्भधारण में कठिनाई शामिल हैं। इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें और समय पर चिकित्सक से परामर्श लें। उचित जांच और उपचार से इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है, यहां कुछ मुख्य लक्षण दिए जा रहे हैं जो बच्चेदानी में गांठ होने पर दिखाई दे सकते हैं:
1.अत्यधिक मासिक धर्म रक्तस्राव
बच्चेदानी में गांठ होने पर महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान असामान्य रूप से अधिक रक्तस्राव हो सकता है। यह रक्तस्राव सामान्य से अधिक दिनों तक चलता है और कई बार इसके साथ बड़े थक्के भी निकलते हैं।
बच्चेदानी में गांठ होने पर पेल्विक क्षेत्र में दर्द या दबाव महसूस हो सकता है। यह दर्द लगातार बना रह सकता है और इसकी वजह से पीठ या पैर में भी दर्द हो सकता है।
3.बार-बार पेशाब आना
बच्चेदानी में गांठ के कारण मूत्राशय पर दबाव पड़ सकता है, जिससे बार-बार पेशाब जाने की आवश्यकता महसूस हो सकती है। यह भी एक संकेत हो सकता है कि बच्चेदानी में गांठ हो सकती है।
बच्चेदानी में गांठ का एक और लक्षण पेट में सूजन या फुलावट का महसूस होना हो सकता है। कई महिलाएं इसे सामान्य वजन बढ़ने के रूप में नजरअंदाज कर देती हैं, लेकिन यह बच्चेदानी में गांठ का संकेत हो सकता है।
5. बांझपन या गर्भधारण में कठिनाई
अगर आपको गर्भधारण में मुश्किलें आ रही हैं या बांझपन का सामना कर रही हैं, तो यह भी बच्चेदानी में गांठ होने का संकेत हो सकता है।
अगर आप इन लक्षणों में से किसी का अनुभव कर रही हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें। तुरंत एक चिकित्सक से सलाह लें और आवश्यक जांच करवाएं। सही समय पर पहचान और इलाज से इस स्थिति को नियंत्रित किया जा सकता है और गंभीर परिणामों से बचा जा सकता है।
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