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जीरो ग्रेविटी वाले माहौल में खुद को फिट कैसे रखते हैं अंतरिक्ष यात्री, स्पेस में सर्वाइव करने के लिए करते हैं ये काम

अंतरिक्ष में व्यायाम करना सिर्फ फिटनेस रूटीन ही नहीं है, बल्कि वहां लंबे समय तक रहने के लिए एक जरूरी शारीरिक जरूरत भी है। नासा और दूसरी स्पेस एजेंसियां ​​अपने अंतरिक्ष यात्रियों को ट्रेनिंग के दौरान ही खास एक्सरसाइज की आदत डाल देती हैं

BY: Divyanshi Singh • UPDATED :
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India News (इंडिया न्यूज),Space Workout:जब भी हम अंतरिक्ष यात्रियों के बारे में सोचते हैं, तो हमारे दिमाग में बहुत फिट और मजबूत शरीर वाले लोग आते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि वे शून्य गुरुत्वाकर्षण वाले वातावरण में खुद को कैसे फिट रखते हैं? धरती पर हम जिम, योग और रनिंग जैसी गतिविधियों से खुद को फिट रख सकते हैं, लेकिन अंतरिक्ष में ऐसा संभव नहीं है। वहां भारहीनता का शरीर पर गहरा असर पड़ता है, जिससे हड्डियां कमजोर होने लगती हैं और मांसपेशियां सिकुड़ने लगती हैं। ऐसे में अंतरिक्ष यात्रियों को फिट रहने के लिए खास वर्कआउट करना पड़ता है।

अंतरिक्ष में व्यायाम करना सिर्फ फिटनेस रूटीन ही नहीं है, बल्कि वहां लंबे समय तक रहने के लिए एक जरूरी शारीरिक जरूरत भी है। नासा और दूसरी स्पेस एजेंसियां ​​अपने अंतरिक्ष यात्रियों को ट्रेनिंग के दौरान ही खास एक्सरसाइज की आदत डाल देती हैं, ताकि वे वहां जाने के बाद अपनी हड्डियों और मांसपेशियों की मजबूती को बरकरार रख सकें। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में किस तरह का वर्कआउट करते हैं, वे कौन सी मशीनों का इस्तेमाल करते हैं और शून्य गुरुत्वाकर्षण में खुद को फिट रखने के लिए किन नियमों का पालन करते हैं।

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Astronauts in space

वर्कआउट

  •  भारहीनता के कारण मांसपेशियों की कमजोरी को रोकने के लिए अंतरिक्ष यात्री एडवांस्ड रेजिस्टिव एक्सरसाइज डिवाइस (एआरईडी) का इस्तेमाल करते हैं। यह मशीन डेडलिफ्ट, स्क्वाट और बेंच प्रेस जैसी एक्सरसाइज करने में मदद करती है।
  • अंतरिक्ष यात्री शून्य गुरुत्वाकर्षण में कार्डियो फिटनेस बनाए रखने के लिए अंतरिक्ष में स्थिर बाइक का उपयोग करते हैं। इससे हृदय स्वास्थ्य बेहतर रहता है और पैर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
  • अंतरिक्ष में ट्रेडमिल पर दौड़ने के लिए अंतरिक्ष यात्री खुद को बंजी कॉर्ड से बांधते हैं ताकि वे तैरें नहीं। यह वर्कआउट हड्डियों की मजबूती बनाए रखने और सहनशक्ति बढ़ाने में मदद करता है।
  •  शरीर को लचीला बनाए रखने और मानसिक शांति के लिए अंतरिक्ष यात्री योग और स्ट्रेचिंग करते हैं। इससे शून्य गुरुत्वाकर्षण में शरीर की अकड़न कम होती है और रक्त संचार सही रहता है।
  •  अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष में रहते हुए हृदय और फेफड़ों की कार्यक्षमता बनाए रखने के लिए कार्डियो एक्सरसाइज करते हैं। इसमें जंपिंग एक्सरसाइज और हाई-इंटेंसिटी मूवमेंट शामिल हैं।

 वर्कआउट क्यों जरूरी है?

अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण की कमी के कारण शरीर की हड्डियां और मांसपेशियां कमजोर होने लगती हैं। एक्सरसाइज करके हड्डियों के घनत्व को बनाए रखा जा सकता है। वर्कआउट करने से हृदय स्वस्थ रहता है और रक्त प्रवाह सही रहता है। शरीर को मजबूत और लचीला बनाए रखने के लिए नियमित एक्सरसाइज जरूरी है।

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