जम्मू कश्मीर में सोमवार (3 अक्टूबर) देर रात राज्य के पुलिस महानिदेशक (जेल) हेमंत लोहिया की उनके निवास पर गला रेतकर हत्या कर दी गई. रिपोर्ट्स के मुताबिक, आतंकी संगठन पीएएफएफ (Peoples Anti Fascist Force) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है. इसको लेकर एक कथित लेटर सामने आया है. पीएएफएफ आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा हुआ है. हालांकि, पुलिस ने अपने आधिकारिक बयान में अधिकारी के एक घरेलू सहायक पर मुख्य आरोपी होने का शक जताया है.
पुलिस ने अपने बयान में कहा है, ”डीजी जेल एचके लोहिया की मौत के मामले की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि रामबन निवासी एक घरेलू सहायक यासिर अहमद मुख्य आरोपी है. घटना स्थल से एकत्र किए गए कुछ सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध आरोपी को वारदात के बाद भागते हुए देखा गया है. वह पिछले करीब छह महीनों से घर में काम कर रहा था. शुरुआती जांच से पता चला कि वह अपने व्यवहार में काफी आक्रामक था और सूत्रों के मुताबिक, वह डिप्रेशन में भी था.
जानकारी के मुताबिक हेमंत लोहिया के घर कुछ काम चल रहा था जिसके कारण वह जम्मू में अपने दोस्त राजीव खजुरिया के घर परिवार के साथ रह रहे थे. यहीं पर उनकी हत्या की गई. रिपोर्ट के मुताबिक 1992 बैच के आईपीएस अधिकारी हेमंत लोहिया (Hemant Lohia) को 2 महीने पहले ही इस पद पर नियुक्ति मिली थी. वह मूल रूप से असम से निवासी थे. पुलिस ने हत्या के बाद फरार हुए नौकर की तलाश में कई टीमें लगा ही हैं.