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इंडिया न्यूज़, लखनऊ .
UP Election Result : उत्तर प्रदेश(UP) विधानसभा चुनाव के नतीजों से कांग्रेस (Congress party) को करारा झटका लगा है। पार्टी को सिर्फ दो सीटों पर ही जीत मिल सकी। UP विधानसभा चुनावों के इतिहास में कांग्रेस का यह सबसे खराब प्रदर्शन है। इस UP विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश में खुद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा मैदान में उतरीं, लेकिन उन्हें जैसे प्रदर्शन की उम्मीद थी, वैसा नहीं हो सका।
बीते दिन सामने चुनावी नतीजों में कांग्रेस की ओर से सिर्फ अराधना मिश्रा ‘मोना’ रामपुर खास से और महराजगंज के फरेंदा से वीरेंद्र चौधरी को ही जीत मिल सकी। कांग्रेस से बेहतर प्रदर्शन करने वालों में राष्ट्रीय लोक दल, निषाद पार्टी आदि शामिल रहे।
लोकतंत्र में जनता का मत सर्वोपरि है। हमारे कार्यकर्ताओं और नेताओं ने मेहनत की, संगठन बनाया, जनता के मुद्दों पर संघर्ष किया। लेकिन, हम अपनी मेहनत को वोट में तब्दील करने में कामयाब नहीं हुए।
कांग्रेस पार्टी सकारात्मक एजेंडे पर चलकर उप्र की बेहतरी व जनता की भलाई के लिए…1/2
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) March 10, 2022
पश्चिमी UP में चुनाव लड़ने वाले आरएलडी ने आठ तो निषाद पार्टी ने छह सीटें जीतीं। लंबे समय के बाद UP में कांग्रेस ने अकेले चुनाव लड़ा। शुरुआती समय में जरूर प्रियंका गांधी गठबंधन के लिए सहमत दिखीं, लेकिन आखिरकार UP चुनावी मैदान में अकेले उतरने का फैसला किया, लेकिन फिर भी कोई फायदा नहीं हुआ।
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इस बार पार्टी को दो सीटों पर मिली जीत इतिहास का सबसे खराब प्रदर्शन है। इसके पहले, साल 2017 के UP विधानसभा चुनाव में पार्टी को सात सीटों से संतोष करना पड़ा था। पिछला UP चुनाव कांग्रेस और सपा ने मिलकर लड़ा था, लेकिन इसके बावजूद भी पार्टी UP में कोई कमाल नहीं दिखा सकी।
साल 1951 में हुए UP विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बंपर जीत हासिल की थी। तब पार्टी को 388 सीटें मिलीं। इसके बाद दूसरे UP विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 286 सीटों पर कब्जा किया। बाद में 1980 में पार्टी को 309 और 1985 में 269 सीटें मिलीं।
साल 1991 में हुए UP विधानसभा चुनाव से कांग्रेस 50 का आंकड़ा नहीं पार कर पाई है। ऐसे में इस बार के नतीजे पार्टी के लिए सबसे खराब साबित हुए।
साल 2022 का UP विधानसभा चुनाव कांग्रेस पार्टी के लिए पूरी तरह से प्रियंका गांधी वाड्रा के नेतृत्व में लड़ा गया। कई महीनों तक प्रियंका ने खुद को UP की राजनीति में झोंक दिया और विपक्ष की ओर से सशक्त आवाज बन गईं।
उन्होंने हाथरस, लखीमपुर, उन्नाव आदि जैसे मुद्दे उठाकर यूपी सरकार पर जमकर निशाना साधा। UP लखीमपुर खीरी में हुए तिकुनिया कांड के बाद वह देर रात ही लखनऊ से लखीमपुर रवाना हो गईं, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार तक कर लिया गया।
प्रियंका लगातार दावे करती रहीं कि जब भी UP में कोई बड़ा मुद्दा उठाया तो वह उनके व उनकी पार्टी द्वारा ही उठाया गया। प्रियंका ने यह भी कहा कि UP में उनकी लड़ाई लंबे समय के लिए है।
UP के जरिए से राष्ट्रीय राजनीति में वापस आने की कोशिश कर रही कांग्रेस को नतीजों से झटका लगा। UP चुनाव के ऐन वक्त पहले कई नेताओं ने पार्टी का साथ छोड़ दिया तो चुनावी नतीजों में उनके UP प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू तक चुनाव हार गए।
निषाद गठबंधन के डॉ. असीम कुमार ने 114957 मत हासिल करते हुए समाजवादी पार्टी के उदय नारायण गुप्ता को हरा दिया। अजय कुमार लल्लू तमकुहीराज सीट से तीसरे नंबर पर रहे। पिछले UP चुनाव में अजय कुमार ने इस सीट से जीत दर्ज की थी।
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