India News (इंडिया न्यूज), US India Relations: अमेरिका में भारतीय नागरिकों के खिलाफ हिंसा की खबरों के बीच भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने शुक्रवार (26 अप्रैल) को जोर देकर कहा कि देश भारतीय छात्रों के लिए सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि हम अमेरिका में भारतीय छात्रों की भलाई की बहुत परवाह करते हैं। हम चाहते हैं कि जब माता-पिता अमेरिका में हों तो उन्हें पता चले कि उनके बच्चे हमारे बच्चे हैं। साथ ही वहां संसाधनों का खजाना है जो छात्रों को तैयारी करने में मदद कर सकता है। अमेरिका में, चाहे वह मानसिक स्वास्थ्य हो और उसके लिए संसाधन घर, माता-पिता और परिवारों से बहुत दूर हों।
अमेरकी राजदूत ने दिया आश्वासन
बता दें कि अमेरिकी राजदूत गार्सेटी ने इस बात पर जोर दिया कि विदेश में पढ़ने वाले छात्रों को खुद को परिचित करना चाहिए और एक नेटवर्क रखना चाहिए। इसके अलावा भरोसेमंद दोस्त होने चाहिए और पता होना चाहिए कि अगर कोई खतरनाक स्थिति हो या कोई मानसिक स्वास्थ्य समस्या हो तो क्या करना चाहिए। राजदूत ने आगे कहा कि यह सिर्फ सामान्य ज्ञान की सार्वजनिक सुरक्षा का मुद्दा हो सकता है। लेकिन छात्रों को यह नहीं पता होगा कि किस पड़ोसी से और किस समय बचना है। उन्होंने यह भी कहा कि देश में अध्ययन के लिए आने वाले छात्रों को पता होना चाहिए कि परिसर की सुरक्षा, स्थानीय कानून प्रवर्तन हैं। ये सभी चीजें कभी-कभी छात्रों को नहीं पता होती हैं, क्योंकि उनके लिए यह एक नया देश है।
अमेरिका में हो रहा भारतीय छात्रों पर हमला
अमेरिकी राजदूत ने कहा कि अमेरिकी विश्वविद्यालय आने और छात्रों को जबरदस्त अनुभव प्रदान करने के लिए असाधारण स्थान हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका एक सुरक्षित देश है। साथ ही छात्रों को सुरक्षित महसूस करने में मदद करने के लिए बहुत सारे संसाधन हैं। दरअसल, अमेरिका में इस साल जनवरी से अब तक लगभग आधा दर्जन भारतीय और भारतीय मूल के छात्रों की मौत हो चुकी है। फरवरी 2024 में भारतीय विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि अमेरिका में पांच भारतीय छात्रों की मौत में कोई गड़बड़ी या अंतर्संबंध नहीं था।
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