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India News (इंडिया न्यूज़),Maharashtra: महाराष्ट्र सरकार ने गुरुवार को 1988 बैच की भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी रश्मी शुक्ला को राज्य का अगला पुलिस महानिदेशक (DGP) नियुक्त किया, जो कि, राज्य में शीर्ष पुलिस पद संभालने वाली पहली महिला पुलिस अधिकारी हैं। जानकारी के लिए बता दें कि, पिछले साल मार्च में नेपाल के साथ सीमा पर तैनात केंद्रीय पुलिस बल, सशस्त्र सीमा बल के महानिदेशक के रूप में नियुक्त किए जाने के एक साल से भी कम समय बाद शुक्ला की महाराष्ट्र के डीजीपी के रूप में नियुक्ति हुई। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी जून में 60 साल के हो जाएंगे लेकिन उन्हें दो साल का कार्यकाल मिलने की उम्मीद है।
इसके साथ ही बता दें कि, राज्य खुफिया आयुक्त के रूप में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का पिछला कार्यकाल उन आरोपों के बाद विवादास्पद हो गया था कि उन्होंने 2014 और 2019 के बीच देवेंद्र फड़नवीस के नेतृत्व वाली सरकार के दौरान अवैध रूप से विपक्षी नेताओं के फोन टैप करने का आदेश दिया था। विकास अघाड़ी सत्ता में आई।
मिली जानकारी के अनुसार बता दें कि, तीन मामलों में से पहला मामला 26 मार्च, 2021 को मुंबई साइबर पुलिस द्वारा शुक्ला द्वारा तैयार की गई एक वर्गीकृत रिपोर्ट को लीक करने के लिए दर्ज किया गया था, जिसमें कथित तौर पर कुछ व्यक्तियों के महत्वपूर्ण विवरण शामिल थे, जिन्होंने तबादलों की सुविधा देने और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के लिए वांछित पोस्टिंग हासिल करने के लिए बिचौलियों के रूप में काम किया था। अपने राजनीतिक संबंधों का उपयोग करके पैसे का आदान-प्रदान करें। केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा जांच किया गया यह मामला पिछले साल अगस्त में बंद कर दिया गया था।
वहीं लगातार संघधर्ष के बाद पिछले साल सितंबर में, बॉम्बे हाई कोर्ट ने महाराष्ट्र के पूर्व खुफिया प्रमुख शुक्ला के खिलाफ दर्ज दो अन्य मामलों को रद्द कर दिया था। मुंबई में एक एफआईआर में, शुक्ला पर शिव सेना (यूबीटी) नेता संजय राउत और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता एकनाथ खडसे के फोन अवैध रूप से टैप करने का आरोप लगाया गया था; जबकि पुणे में दूसरा उन पर कांग्रेस नेता नाना पटोले का फोन टैप करने का आरोप लगाता है।
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