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India News (इंडिया न्यूज़), Maharashra Politics, मुंबई: महाराष्ट्र में जारी घमासान के बाद अब पावर पॉलिटिक्स का गेम शुरू हो चुका है। एनसीपी के अजित पवार के आने के बाद सरकार में हिस्सेदारी को लेकर खींचतान जारी है। केंद्रीय कैबिनेट में भी फेरबदल होना है। महाराष्ट्र से कौन मंत्री बनेगा, इसको लेकर भी काफी असमंजस है। देंवेद्र फडणवीस को दिल्ली में जिम्मेदारी दी जा सकती है। अगर ऐसा होता है तो शिंदे को फायदा होगा। उनकी ताकत बढ़ेंगी। बीएमसी, विधानसभा और लोकसभा तीन चुनाव राज्य में होने है। अगर सफलता हाथ लगी तो शिंदे का कद और बढ़ेगा।
अगर फिलहाल सरकार में बंटवारे की बात की जाए तो राज्य में बड़ा विवाद चल रहा है। सबसे ज्यादा वित्त मंत्रालय को लेकर है। चर्चा है की वित्त मंत्रालय अजित पवार को दिया जा सकता है। अभी देवेंद्र फडणवीस के पास ही गृह और वित्त की जिम्मेदारी है। अगर ऐसा होता है तो उनके लिए बड़ा झटका हो सकता है। अंधेरी ईस्ट उपचुनाव और फरवरी के परिषद् चुनावों में बीजेपी का प्रर्दशन अच्छा नहीं रहा। यह फडणवीस के खिलाफ जा सकता है। क्योंकि संघ मुख्यालय नागपुर में पार्टी का सफाया हो गया था।
यानी कुल मिलाकर अगर शिंदे गुट के विधायक चुनावों तक अयोग्यता से बच जाते हैं तो ये उनके लिए बड़ी राहत होगी। इसके अलावा एकनाथ शिंदे आने वाले चुनावों में मुख्यमंत्री रहते हुए ही अपने दल को और मजबूत कर सकते हैं। शिवसेना और उसका चुनाव चिन्ह उन्हें मिल चुका है, अब चुनावों में खुद को साबित करने की बारी है।
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