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इंडिया न्यूज, भुवनेश्वर/हैदराबाद:
Cyclone Update चक्रवाती तूफान जवाद के कल तक ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों से टकराने की संभावना है। मौसम विभाग के अनुसार दक्षिणी अंडमान और बंगाल की खाड़ी में बन रहा कम दबाव का क्षेत्र आज चक्रवात में तब्दील हो सकता है और कल तक इसके ओडिशा और आंध्र के तटों से टकराने की आशंका है, जिसे लेकर भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने पूरे देश में अलर्ट जारी किया है। सेना और NDRF को भी अलर्ट कर दिया गया है। ओडिशा के 13 जिलों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी तूफान से निपटने के लिए किए जा रहे इंतजामों की समीक्षा की है। उन्होंने केंद्र और राज्य की एजेंसियों को बचाव कार्य से संबंधित कई निर्देश दिए हैं।
पीएम ने कहा, हमें इस बात की हर संभव कोशिश करनी है कि चक्रवात से जान-माल का नुमसान न हो। बचाव कार्य के बंदोबस्त पहले से ही कर लिए जाएं। कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने भी बैठक कर प्रभावित क्षेत्र से सभी लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने व मछुआरों और नावों को समुद्री क्षेत्र से हटाने के निर्देश दिए हैं।
आज मध्यरात्रि के बाद हवा की गति बढ़ने के आसार हैं। शुरुआत में हवा की रफ्तार 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की संभावना है। इसके बाद कल दोपहर बाद यह 70 से 90 किलोमीटर प्रति घंटा हो सकती है। आज से ही प्रभावित क्षेत्रों में बारिश के आसार हैं। चक्रवात के कारण एहतियात के तौर पर पूर्व तट रेलवे ने आज और कल चलने वाली 95 मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों को रद कर दिया है।
बता दें, इस बार चक्रवात का जवाद नाम सऊदी अरब ने दिया है। अरबी भाषा का यह शब्द है और इसका अर्थ उदार या दयालु होना है। इस नाम के पीछे यह भी तर्क दिया गया है कि यह तूफान ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाएगा। तूफानों के नाम दुनिया के विभिन्न देशों के बीच हुए समझौते के आधार पर रखे जाते हैं। 1953 में इस संबंध में हुई संधि में भारत समेत दुनिया के 13 देश शामिल हैं।
(Cyclone Update)
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