इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Terror Funding राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) आतंकी फंडिंग पर लगाम लगाने के लिए लगातार जुटी हुई और आज फिर उसने जम्मू-कश्मीर में इसको लेकर कई जगह छापे मारे हैं।
बता दें कि एनआईए ने कश्मीर व देश के अन्य हिस्सों में हिंसा फैलाने की Lashkar-e-Taiba, Hizbul Mujahideen, Jaish-e-Mohammed और TRF की साजिशों के तहत टारगेट किलिंग की घटनाओं के बाद मुकदमे दर्ज किए हैं व इसी आधार पर जांच एजेंसी लगातार दबिश दे रही है। उत्तरी, दक्षिणी तथा मध्य कश्मीर से कई लोगों को पहले ही गिरफ्तार भी किया जा चुका है।
मानवाधिकार कार्यकर्ता तथा जेएंडके कोलिएशन आफ सिविल सोसाइटी के समन्वयक Khurram Parvez को सोनावर स्थित आवास से इसी हफ्ते सोमवार को इसी मामले में गिरफ्तार किया गया था। पूछताछ के लिए एनआईए उसे दिल्ली ले गई है। खुर्रम के आवास के साथ ही अमीराकदल में Society के Office पर भी छापे के दौरान डिजिटल सबूत, mobile, laptop, books और अन्य कई objectionable documents बरामद किए गए हैं।
आरोप हैं कि तथाकथित NGO, Trust तथा विदेश से चैरिटी गतिविधियों के नाम पर दान लिया जाता है और इस पैसे का इस्तेमाल अलगाववादी व आतंकी गतिविधियों में किया जाता है। इसी मामले में एनआईए ने आठ अक्टूबर 2020 को मुकदमा दर्ज किया था। फिर 28 अक्टूबर को एजेंसी ने 10 जगह छापे मारे थे। इसमें खुर्रम के आवास की भी तलाशी ली गई थी। कर्नाटक की राजधानी बेंगलूरू में भी एक जगह एनआईए ने दबिश दी थी।
एनआईए ने गत अगस्त के पहले सप्ताह में आतंकी फंडिंग से जुड़े मामले में जम्मू-कश्मीर में अलग-अलग 40 जगह छापेमारी की थी। जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के साथ केंद्रीय जांच एजेंसी ने कुलगाम, डोडा, किश्तवार, रामबन, अनंतनाग, बडगाम, राजौरी और शोपियां सहित 40 से ज्यादा ठिकानों पर जमात-ए-इस्लामी (खीक) के सदस्यों के ठिकानों को खंगाला था। केंद्र सरकार ने जमात-ए-इस्लामी संगठन पर 2019 में प्रतिबंध लगा दिया था।
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