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रूस और यूक्रेन युद्ध को अब एक साल हो गए हैं। लेकिन इस बाात में कोई दो राय नहीं है क अभी भी ये युद्ध खत्म नहीं हुआ है। पूरी दुनिया चाहती है कि इसको खत्म दोनों देशों के बीच शांती बहल कि जाए लेकिन तमाम कोशिशों के बावजूद इस युद्ध खत्म नहीं किया जा सका, या ये भी कहा जा सकता है कि अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। एक साल पहले रूस ने यूक्रेन पर जब हमला किया तो उसने दूसरे विश्वयुद्ध के बाद यूरोप में सबसे बड़े जंग की शुरुआत कर दी। रूस के हमला करने के बाद से ही तीसरे विश्वयुद्ध को लेकर बहस तेज हो गई। कई विशेषज्ञों का माना था कि यह युद्ध तीसरे विश्वयुद्ध में बदल जाएगा। वहीं, कई विशेषज्ञों ने कहा कि युद्ध की शुरुआत से ही तीसरा विश्वयुद्ध चल रहा है। हम इसमें जी रहे हैं और ये लगातार बढ़ता जा रहा है।
नास्त्रेदमस ने की थी बड़ी भविष्यवाणी
इस बीच नास्त्रेदमस ने भई इसे लेकर बड़ी भविष्यवाणी की थी। बता दें इस भविष्यवाणी मुताबिक साल 2023 में तीसरा विश्वयुद्ध होगा। नास्त्रेदमस ने साल 2023 के लिए तीसरे विश्वयुद्ध की भविष्यवाणी कर रखी है। लेकिन विशेषज्ञ यह नहीं समझ पा रहे कि भविष्यवाणी रूस-यूक्रेन के संदर्भ में या फिर चीन और ताइवान को लेकर कही गई है। नास्त्रेदमस ने अपनी एक भविष्यवाणी में कहा, ‘सात महीने तक महान युद्ध, बुरे कामों से मरे लोग।’ लोगों ने इस भविष्यवाणी को तीसरे विश्वयुद्ध के बारे में कहा है। हालांकि इसे रूस-यूक्रेन युद्ध से ही जोड़ा जा रहा है।
गौरतलब है आज ही के दिन यानी 24 फरवरी 2022 को रूसी टैंक यूक्रेन में घुसे थे। ऐसे मे आम लोग बंकरों में छिपने को मजबूर हो गए थे। युद्ध शुरू करने के बाद से ही दुनिया भर की सरकारों ने रूस के खिलाफ कड़े प्रतिबंध लगाए हालांकि पुतिन पर इससे कोई खास फर्क नहीं पड़ा है। जनकारी के लिए बता दें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के एक बड़े हिस्से पर अभी भी कब्जा कर रखा है। ये तब है जब यूक्रेन कब्जाए इलाकों के एक बड़े हिस्से से रूसी सेना को खदेड़ने में कामयाब रहा है। युद्ध के कारण भले ही दोनों देशों को नुकसान हुआ हो, लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि सबसे ज्यादा त्रासदी यूक्रेन ने देखी है।
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