Bihar Chunav 2025: महिलाओं की भागीदारी और नीतीश की नीतियों से बदला चुनावी समीकरण
Bihar Chunav 2025: बिहार चुनाव 2025 में महिलाएँ किंगमेकर के रूप में उभरी हैं। पिछले चुनावों में उनका मतदान प्रतिशत पुरुषों से लगातार अधिक रहा है। 2020 में 167 सीटों पर महिलाओं ने ज्यादा वोटिंग की और उनका प्रतिशत 60% तक पहुँचा। यह बदलाव 2010 से शुरू हुआ था। महिलाओं की बढ़ती ताकत को देखते हुए पार्टियाँ उन्हें लुभाने में जुटी हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नौकरियों में 35% आरक्षण सहित कई सौगातें दीं, जिससे महिला वोट बैंक निर्णायक बन गया है।
बदलाव की शुरुआत 2010 से
बिहार में यह ट्रेंड 2010 से दिखने लगा। पहली बार 162 क्षेत्रों में महिलाओं का मतदान प्रतिशत पुरुषों से अधिक रहा। 2015 में 202 सीटों पर महिलाओं ने पुरुषों को पछाड़ दिया। यह लगातार पैटर्न बताता है कि महिलाएँ अब चुनाव प्रक्रिया का अहम हिस्सा बन गई हैं।
बिहार चुनाव में महिलाओं का किंगमेकर रोल
बिहार की राजनीति में अब महिलाएँ किंगमेकर की भूमिका निभा रही हैं। लगातार चुनावों में उनका वोटिंग प्रतिशत पुरुषों से अधिक रहा है। यह बदलाव दिखाता है कि महिलाएँ न केवल जागरूक हो रही हैं बल्कि चुनावी नतीजों को प्रभावित करने में भी बड़ी ताकत बन चुकी हैं।
वोटिंग प्रतिशत में महिलाओं की बढ़त
2020 विधानसभा चुनाव में 243 सीटों में से 167 सीटों पर महिलाओं ने पुरुषों से ज़्यादा मतदान किया। पुरुषों का वोटिंग प्रतिशत 54% रहा, जबकि महिलाओं ने 60% मतदान किया। यह आँकड़ा बताता है कि बिहार में चुनाव का गणित बदल चुका है और महिलाएँ निर्णायक बन चुकी हैं।
नीतीश कुमार की सौगातें
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिला वोटरों को आकर्षित करने के लिए कई बड़ी घोषणाएँ कीं। हाल ही में सरकारी नौकरियों में 35% आरक्षण की घोषणा की। इसके अलावा शिक्षा, रोजगार और सुरक्षा से जुड़ी कई योजनाएँ महिलाओं के लिए शुरू की गईं। इन फैसलों ने महिलाओं में उनका समर्थन मजबूत किया।
राजनीतिक दलों की रणनीति
महिलाओं की बढ़ती भागीदारी को देखते हुए सभी पार्टियाँ उन्हें लुभाने में जुट गई हैं। जेडीयू-बीजेपी गठबंधन सत्ता दोहराने की उम्मीद कर रहा है, वहीं तेजस्वी यादव के नेतृत्व में विपक्ष भी महिला वोट बैंक पर फोकस कर रहा है। जन स्वराज पार्टी युवाओं और महिलाओं को जोड़ने की कोशिश कर रही है।
भविष्य की तस्वीर
लगातार बढ़ती महिला भागीदारी से साफ है कि बिहार चुनाव 2025 में महिलाएँ किंगमेकर बनकर उभरेंगी। उनका वोटिंग ट्रेंड पार्टियों की किस्मत तय कर सकता है। जिस दल का एजेंडा महिला हितों के साथ जुड़ा होगा, वही चुनावी दौड़ में आगे निकल सकता है। महिलाएँ अब बिहार की राजनीति की असली ताकत हैं।
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में सामान्य जानकारियों की मदद ली है. India News इसकी पुष्टि नहीं करता है