Shardiya Navratri 2025: नवरात्रि में जरूर करें इन 7 महत्वपूर्ण नियम का पालन! घटस्थापना और अखंड ज्योति संग होगी पूजा सफल
Shardiya Navratri 7 Important Niyam: शारदीय नवरात्रि जल्द ही शुरू होने वाली है और नवरात्रि के 9 दिनों में भक्त व्रत रखते है और पूरे विधि विधान से माता दुर्गा के 9 सवरूपों की पूजा करते हैं। इसके अलावा माता के इन नौ दिनों में घटस्थापना और अखंड ज्योति भी होती है और ऐसे में इन दिनों में आपको 7 महत्वपूर्ण नियम का पालन जरूर करना चाहिए, तो चलिए जानते हैं क्या हैं वो नियम.
कब रखा जाएग शारदीय नवरात्रि का पहला व्रत?
हिंदू पंचांग के अनुसार साल 2025 में आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 22 सितंबर सोमवार के दिन देर रात 01:23 बजे से शुरू हो रही है, जो अगले दिन 23 सितंबर देर रात 02: 55 बजे तक रहेगी, ऐसे में 22 सितंबर से शारदीय नवरात्र शुरू हो रहे है और नवरात्र का पहला व्रत भी इसी दिन करा जाएगा.
होती है माता दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा
9 दिनों तक चलने वाले शारदीय नवरात्रि में माता दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा की जाती है और माना जाता है कि ऐसा करने से व्यक्ति के सारे दुख खत्म हो जाते है और घर में सुख समृद्धि आती है.
नवरात्रि में ध्यान रखने वाले ये खास नियम
शारदीय नवरात्रि के दौरान कुछ महत्वपूर्ण नियमों का पालन करना बेहद जरूरी है, ताकि पूजा आराधना अधूरी न रहे और पूजा का पूरा फल आपको मिलेगा.
एक ही समय पर करें रोजाना पूजा
मान्यता के अनुसारा पूजा एक ही समय पर करनी चाहिए, ऐसे में आप शारदीय नवरात्रि के इन नौ दिनों में एक ही समय पर पूजा करें, ऐसे करने से पूजा का असर बढ़ता है
सात्विक भोजन ही खाए
शारदीय नवरात्रि के 9 दिनों में मांसाहारी खाने से परहेज करना चाहिए और शराब अदी नहीं पीना चाहिए, अगर आप ऐसा नहीं करते है, तो पूजा सफल नहीं होती और माता दुर्गी का क्रोध भी आपको झेलना पड़ता है.
अखंड ज्योति को बुझने न दें
शारदीय नवरात्रि के 9 दिनों में अखंड ज्योति जलाने का विधान है, ऐसे में ध्यान रहे कि ये नवरात्रि के पूरे 9 दिनों तक लगातार जलती रहे, क्योंकि अखंड ज्योति का बुझना बड़ा अपशगुन होता है.
सही दिन में सही देवी को ही भोग लगाए
शारदीय नवरात्रि के 9 दिनों में प्रत्येक दिन माता दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है, ऐसे में आप इस बात का जरूर ध्यान दे कि पूजा के दौरान सिर्फ उस देवी को भोग और फूल अर्पित करें, जिसे देवी का दिन है.
नवरात्रि के आखिरी में कन्या पूजन जरूर करें
शारदीय नवरात्रि में कन्या पूजन सबसे जरूरी होता है, ऐसा करना गलती से भी ना भूले. नवरात्रि के आखिरी 2 दिनों में यानी अष्टमी और नवमी में कन्या पूजन किया जाता है, इसके अलावा आप रोजाना भी एक कन्या की पूजा कर सकते हैं. ध्यान रहे कन्या को भोग लगाए और दान-पुण्य करें बिना ना भेजें.
शारदीय नवरात्रि में गलती से भी ना काटें नाखून और बाल
शारदीय नवरात्रि के दौरान नाखू और बाल काटना भी मना होता और ऐसा करने बेहद अशुभ माना जाता है, ऐसे में ये गलती आप बिल्कुल भी ना करें.
नवरात्रि में कलश स्थापना के दौरान घर को खाली न छोड़ें
नवरात्रि में कलश स्थापना भी की जीता है, क्योंकि कलश में त्रिदेवों (ब्रह्मा, विष्णु, शिव) का वास होता है, ऐसे में नवरात्रि के 9 दिनों में घर को खाली नहीं छोड़ना चाहिए