पुलिस ने मौके पर पहुंच कर जांच शुरू कर दी है और यह भी पता लगाया जा रहा है कि शराब के साथ किस खाद्य पदार्थ का सेवन किया था। मरने वालों में पंचायत समिति सुंदरनगर के पूर्व अध्यक्ष सतीश ठाकुर का भाई भी शामिल है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आशीष शर्मा ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारण का पता लग पाएगा। अभी पुलिस मामले की जांच कर रही है।
प्रारंभिक जांच में पता चला है कि पिछले कई दिनों से सलापड़ क्षेत्र में चोरी छिपे चंडीगढ़ से यह शराब लाकर बेची जा रही थी। बताया जा रहा है कि चंडीगढ़ में बनी शराब का नाम 999 है। बताया जाता है कि इन्होंने भी इसी शराब का सेवन किया था। वहीं, क्षेत्र में इस शराब की मांग भी ज्यादा थी। इसका कारण इसमें ज्यादा नशा होने की बात कही जा रही है।
उधर, सुंदरनगर के विधायक राकेश जम्वाल ने बताया कि जहरीली शराब पीने से मारे गए मृतकों के परिजनों को आठ लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि चार लाख की राशि मुख्यमंत्री की तरफ से तथा चार लाख जिला प्रशासन की तरफ से दिए जाएंगे। मृतकों के परिजनों को 50 हजार की फौरी सहायता प्रदान कर दी गई है। वहीं, उपचाराधीन लोगों का सारा खर्च सरकार वहन करेगी।
इस बीच, एसपी मंडी शालिनी अग्निहोत्री के नेतृत्व में पुलिस बटालियन मौके पर शराब की तलाश में सर्च अभियान चला रही है। संदेह के आधार पर दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। अब तक शराब के 25 सैंपल भरे गए हैं। सलापड़ में शराब ठेके को भी सील कर दिया गया है। वहीं, आबकारी विभाग और पुलिस संयुक्त तौर पर कार्रवाई कर रहे हैं।