India News (इंडिया न्यूज़),Himachal Political Cricis: हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस सरकार पर संकट आ गया है। राज्यसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की कुर्सी खतरे में है। इस बीच बड़ा झटका देते हुए PWD मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने इस्तीफा दे दिया है। विक्रमादित्य सिंह पूर्व सीएम वीरभद्र सिंह के बेटे हैं। विक्रमादित्य से पहले 6 कांग्रेस विधायकों ने पार्टी की मुश्किलें बढ़ा दी थीं। उन्होंने राज्यसभा चुनाव में बीजेपी उम्मीदवार हर्ष महाजन को वोट दिया। 3 निर्दलीय विधायकों का वोट भी हर्ष महाजन के पक्ष में गिरा। राज्य में बढ़ते सियासी घमासान को देखते हुए कांग्रेस आलाकमान सक्रिय है।

कांग्रेस के आलाकमान घुमा रहे इधर-उधर फोन

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पार्टी नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के संपर्क में हैं। राहुल फिलहाल लंदन में हैं। खड़गे ने कल यानी मंगलवार को उनसे बात की थी। मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी और केसी वेणुगोपाल लगातार आपस में चर्चा कर रहे हैं। खड़गे डीके शिवकुमार और भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के भी संपर्क में हैं। आपको बता दें कि शिवकुमार और हुडा को पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है। दोनों नेता शिमला में हैं।

सीएम सुक्खू ने की इस्तीफे की पेशकश

हिमाचल सरकार पर आए संकट के बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस्तीफे की पेशकश की है। उन्होंने शिमला पहुंचे पार्टी के केंद्रीय पर्यवेक्षकों डीके शिवकुमार और भूपेन्द्र सिंह हुड्डा को अपने इस्तीफे की पेशकश की है। नाराज विधायकों की संख्या बढ़ती देख उन्होंने इस्तीफे की पेशकश की। लेकिन अभी तक राज्यपाल को कोई इस्तीफा नहीं भेजा गया है।

केंद्रीय पर्यवेक्षकों के सामने सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अगले मुख्यमंत्री के तौर पर अपने करीबी तीन विधायकों रोहित ठाकुर, जगत नेगी और हर्ष वर्धन के नाम सुझाए। सुक्खू को बदलने का फैसला कल यानी मंगलवार रात को ही सुक्खू से बातचीत के बाद लिया गया था। दरअसल, हाईकमान पहले सुक्खू को बदलकर यह सुनिश्चित करना चाहता है कि सरकार बची रहे। इसी मुद्दे पर सारा कन्फ्यूजन हो रहा है।

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