संबंधित खबरें
Jharkhand Election: झारखंड चुनाव के लिए BJP की पहली लिस्ट जारी, 66 उम्मीदवारों का ऐलान ; जानें किसे कहां से मिला टिकट?
जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण का मतदान आज, जानें कितनी विधानसभा सीटों पर डालें जाएंगे वोट?
मध्य प्रदेश को Adani Group ने दिया बड़ा तोहफा, इतने करोड़ रुपये का करेगा निवेश
CM योगी ने लिया PM मोदी का बदला, अभद्र टिप्पणी करने वाले इस गैंगस्टर के अवैध बिल्डिंग पर चलवाया बुलडोजर
झारखंड के पूर्व CM चंपई सोरेन इस डेट को बीजेपी में होंगे शामिल, हिमंता बिस्वा सरमा ने किया बड़ा ऐलान
'भारत में रहना है तो राम-कृष्ण की जय कहना….',जन्माष्टमी पर CM Mohan Yadav ने दिया बड़ा बयान
India News (इंडिया न्यूज़), Shakti, Samastipur: जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने राहुल गांधी से तेजस्वी यादव और लालू यादव की हुई मुलाकात पर कहा कि इन चीजों का कोई महत्व नहीं है कि कौन किससे मिलता है, कौन बैठकर चाय पीता है, प्रेस वार्ता करता है। पिछले महीने विपक्ष की 26 पार्टियां बिहार में बैठी इसके बाद बेंगलुरु में बैठी।
मैं शुरू से कह रहा हूं कि दलों और नेताओं के बैठने से आप सशक्त विपक्ष और विकल्प नहीं हो सकते हैं। जब तक कोई कार्यक्रम नहीं हो, नीति नहीं हो, जमीन पर कार्यकर्ता नहीं हों और लोगों में आपके प्रति प्रेम नहीं है, विश्वास नहीं है तब तक आप चाहें जितने नेताओं के साथ बैठ जाएं इससे क्या होता है?
प्रशांत किशोर ने कहा कि, विपक्ष के नेता हों या NDA के, जब तक जमीन पर उनके कार्यक्रम से जनता पर कोई फर्क नहीं पड़ता, तब तक 26 दलों के नेताओं के बैठने से बीजेपी को लोग वोट नहीं देंगे ऐसा नहीं है।
समस्तीपुर के वारिसनगर में पत्रकारों से बातचीत में प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि, मैं पहले दिन से उदाहरण देकर भी बताता हूं कि कई लोगों को लगता है कि 1977 में सारे विपक्षी दलों ने इंदिरा गांधी को हरा दिया। इस बात में सच्चाई नहीं है। आपातकाल देश में लागू नहीं होता, जयप्रकाश नारायण का आंदोलन नहीं होता तो सिर्फ विपक्षी पार्टी के एक होने से इंदिरा गांधी नहीं हार जाती। विपक्षी पार्टियों के पास जब तक कोई मुद्दा नहीं होगा, तब तक जितने पार्टी के नेता चाय पी लें, खाना खा लें या प्रेस कांफ्रेंस साथ में कर लें मे, उससे जमीन पर क्या फर्क पड़ने वाला है?
सामान्य लोग जो गांवों में रहते हैं जिन्हें राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है और जो बीजेपी को वोट करते हैं उन्हें इस बात से कितना फर्क पड़ रहा है कि 26 दलों के लोग पटना में मिले इसलिए भाजपा को वोट नहीं देंगे। जनता को इन सबसे कोई लेना-देना नहीं है। जनता को इस बात से मतलब है कि उनके गांव में सड़क बनी की नहीं, भ्रष्टाचार खत्म हुआ कि नहीं रोजगार मिला की नहीं।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.