संबंधित खबरें
राजस्थान में हनुमान की हार ने बीजेपी की खुशी को किया डबल, दशकों पुराने किले को नहीं बचा पाए बेनीवाल
राजस्थान में 5 सीटों पर खिला कमल..BJP की हुई शानदार जीत, कांग्रेस को लगा झटका
दिनदहाड़े युवती के अपहरण मामले में पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 9 आरोपियों को किया गिरफ्तार
युवाओं के लिए अच्छा अवसर! सब इंस्पेक्टर पदों पर हो रही भर्ती; इस दिन से कर सकेंगे अप्लाई
Rajasthan Crime News: फिल्मी स्टाइल में कार रोककर युवती का किया अपहरण, प्रेम विवाह जुड़ा है मामला
खींवसर में कौन जीतेगा बेनीवाल की पत्नी या BJP प्रत्याशी? समर्थकों ने लगाई 5-5 लाख की शर्त
India News (इंडिया न्यूज़), Rajasthan, रिपर्ट- विष्षु शर्मा: राजस्थान में इसी साल चुनाव होने हैं और कांग्रेस सरकार को रिपीट करने के लिए हरसंभव प्रयास में लगी है। गहलोत सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है की 4500 रुपए प्रतिमाह के हिसाब से 50 हजार गांधी प्रेरकों की भर्ती होगी। विपक्ष ने चुनाव से पहले हो रही इस भर्ती पर सवाल खड़े कर दिए है की सरकार अपने प्रचार प्रसार के लिए इन युवाओं का उपयोग करेगी।
गांधी प्रेरकों का काम होगा घर-घर जाकर गांधी की विचारधारा और सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में लोगों को बताना। इसकी चयन प्रक्रिया और नियमों के प्रस्ताव का मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सहमति दी है। इसके तहत प्रेरकों को प्रतिमाह ₹4500 मानदेय दिया जाएगा।
दरअसल महात्मा गांधी सेवा प्रेरक लोगों को जन कल्याणकारी योजना की जानकारी देने के साथ-साथ महात्मा गांधी पुस्तकालय और संविधान केंद्रों का संचालन भी करेंगे। इसकी ग्राम पंचायत और शहरी वार्ड स्तर पर नियुक्ति की जाएगी।
गांधी प्रेरक भर्ती को लेकर प्रदेश में सियासत भी शुरू हो चुकी है कांग्रेस का कहना है गांधी प्रेरक घर-घर जाकर महात्मा गांधी की सोच के बारे में लोगों को बताएंगे और सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में लोगों को जानकारी देंगे जिससे लोग सरकार की योजनाओं से वंचित ना रहे। महात्मा गांधी की सोच का पूरी दुनिया लोहा मान रही है केंद्र सरकार महात्मा गांधी को भुलाने में लगी है।
बीजेपी इस भर्ती को फर्जीवाड़ा बता रही है। बीजेपी ने कहा कि जब बेरोजगारी भत्ते की बात हो रही थी तो सरकार के पास पैसे नहीं थे युवाओं को देने के लिए, अब एक तरह से राजस्थान के स्वाभिमान को ललकारा जा रहा है। कांग्रेस घूस देकर चुनाव जीतने की कोशिश कर रही है साढे़ 4 साल तक यह लोग सोते रहे जनता की सुध नहीं ली चुनाव के समय में पैसे बांटने के अलग-अलग तरीके ढूंढने जा रहे हैं।
यह भी पढ़े-
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.