(दिल्ली) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राजस्थान के दौरे पर पहुंचे हैं। बता दें, भीलवाड़ा जिले में वह गुर्जरों के देवता कहे जाने वाले भगवान देवनारायण की 1111वीं जयंती के मौके पर आयोजित महोत्सव कार्यक्रम में शामिल होंगे। पीएम का राजस्थान दौरा आगामी विधानसभा चुनाव से पहले गुर्जरों को साधने की कोशिश के रूप में भी देखा जा रहा है। वहीँ दूसरी ओर पीएम मोदी के इस दौरे से ठीक पहले राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने मास्टर स्ट्रोक खेल दिया है और भगवान देवनारायण की जयंती पर सरकारी छुट्टी दे दी है।मालूम हो, अशोक गहलोत का जिन सचिन पायलट से टकराव चल रहा है, वह भी गुर्जर समुदाय से ही आते हैं। ऐसे में कहा जा रहा अशोक गहलोत को यूँ ही नहीं राजनीती का जादूगर कहा जाता है। भगवान देवनारायण की जयंती पर सरकारी छुट्टी देकर उन्होंने एक तीर से दो निशाना साधा है।
बता दें, राजस्थान में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। राजस्थान कांग्रेस सचिन पायलट और अशोक गहलोत की कलह से जूझ रही है। सचिन पायलट किसी भी सूरत में अशोक गहलोत को राजस्थान की गद्द्दी पर नहीं देखना चाहते। वहीँ गहलोत आए दिन पायलट पर निशाना साध उनके मंसूबों पर पानी फेरते नजर आते है। ऐसे में बीजेपी राजस्थान में अपना मौका देख रही है और गुर्जरों को साधने की कोशिश कर रही है। यही वजह है कि पीएम मोदी भगवान देवनारायण के जयंती महोत्सव में भी शामिल होंगे और उनके मंदिर में दर्शन-पूजन भी करेंगे।
Caste Census In Rajsthan
बता दें, गुर्जर आरक्षण आंदोलन के दौरान राजस्थान में बीजेपी की सरकार थी और वसुंधरा राजे सीएम थीं। इस आंदोलन के दौरान 74 गुर्जर मारे गए थे। जिसके कारण 2018 के चुनाव में गुर्जर समाज के लोग बीजेपी से नाराज थे। तब कांग्रेस के सचिन पायलट प्रदेश अध्यक्ष थे। उस समय गुर्जर समुदाय से आने वाले सचिन पायलट ने इस नाराजगी को कांग्रेस के प्रति हमदर्दी में बदला और अपनी पार्टी को जीत दिलाई थी। बीजेपी अब उसी नाराजगी को दूर करने की कोशिश कर रही है।
हालाँकि, राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने भी मौके पर चौका मारा है। राजस्थान सरकार ने भगवान देवनारायण की जयंती पर राजकीय अवकाश घोषित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। बता दें, देवनारायण बोर्ड के अध्यक्ष जोगेंद्र सिंह अवाना और कई अन्य प्रतिनिधियों ने पत्र लिखकर सीएम अशोक गहलोत से इसकी मांग की थी। ऐसे में कहा जा सकता है कि गुर्जरों को साधने राजस्थान पहुंचे पीएम मोदी से पहले अशोकम गहलोत ने बड़ा मास्टर स्ट्रोक खेल दिया है।