India News RJ(इंडिया न्यूज)Rajasthan News: राजस्थान की भजनलाल सरकार 100 युवा प्रगतिशील किसानों को विदेश भेजने जा रही है। विदेश में किसान उन्नत तकनीक से खेती के गुर सीखेंगे। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सरकार ने वर्ष 2024-25 के बजट में ‘ज्ञान संवर्धन कार्यक्रम’ शुरू करने की घोषणा की थी।
पहले चरण में प्रगतिशील युवा किसान उन देशों में जाएंगे जहां कृषि और पशुपालन के क्षेत्र में नवाचार हो रहे हैं और उच्च तकनीक का उपयोग कर कम जगह और कम लागत में अधिक फसलें पैदा की जा रही हैं।
Rajasthan News: किसानों के लिए खुशखबरी
सरकार ने ज्ञान संवर्द्धन कार्यक्रम के तहत चयन के लिए मापदंड तय कर दिए हैं। सामान्य किसान के पास कम से कम एक हेक्टेयर जमीन होनी चाहिए। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और महिला किसानों के पास 0.5 हेक्टेयर कृषि भूमि होनी चाहिए। वे पिछले 10 वर्षों से लगातार खेती कर रहे हों। किसान संरक्षित खेती, सूक्ष्म सिंचाई, मल्चिंग, सौर ऊर्जा पंप, ड्रोन, फर्टिगेशन, ऑटोमेशन, फार्म तालाब, डिग्गी जैसी उच्च तकनीक अपना रहे हों। डेयरी क्षेत्र में चयन के लिए भी मापदंड तय किए गए हैं।
युवा दुग्ध उत्पादक या पशुपालक के पास कम से कम 20 गाय-भैंस या 10 ऊंट या 50 भेड़-बकरी की डेयरी होनी चाहिए। पिछले 10 वर्षों से डेयरी या पशुपालन व्यवसाय से जुड़ा होना चाहिए। डेयरी या पशुपालन में उन्नत तकनीक का उपयोग करना चाहिए। डेयरी क्षेत्र में जिला या राज्य स्तरीय पुरस्कार के लिए चयनित होना चाहिए। क्षेत्र में प्रगतिशील पशुपालक के रूप में मान्यता प्राप्त होनी चाहिए। युवा प्रगतिशील किसान नजदीकी ई-मित्र केंद्र के माध्यम से राजस्थान किसान साथी पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
आवेदन करने की अंतिम तिथि 25 सितंबर है। कार्यक्रम से जुड़ी जानकारी के लिए युवा किसान कृषि, बागवानी या पशुपालन विभाग से संपर्क कर सकते हैं। ज्ञान संवर्द्धन कार्यक्रम के तहत पहले चरण में चयनित 80 किसान कृषि क्षेत्र से और 20 किसान डेयरी और पशुपालन क्षेत्र से होंगे। कृषि क्षेत्र में प्रशिक्षण के लिए आवेदन करने वाले किसानों की आयु 55 वर्ष से कम होनी चाहिए और उनके पास वैध पासपोर्ट भी होना चाहिए।