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India News (इंडिया न्यूज़), Asteroid News, नई दिल्ली: अंतरिक्ष काफी सारे रहस्यों से भरा हुआ है। अंतरिक्ष में कई सारी ऐसी घटनाएं घटती रहती हैं, जो कि धरती के लिए बड़ा खतरा मानी जाती हैं। काफी लंबे वक्त से एस्टेरॉयड को भी धरती के लिए बड़ा खतरा माना जा रहा है। वैज्ञानिकों के अनुसार, एस्टेरॉयड धरती से टकराता है, तो इससे बड़ी तबाही मच सकती है। ऐसा कहा जाता है कि धरती और एस्टेरॉयड की एक बार जब टक्कर हुई थी तब पृथ्वी से डायनासोर का खात्मा हो गया था। खगोलशास्त्रियों ने एक बार फिर इसे लेकर चेतावनी जारी की है।
खगोलशास्त्रियों ने चेतावनी देते हुए कहा कि धरती की ओर एक विशालकाय उल्कापिंड यानी कि एस्टेरॉयड बढ़ रहा है। जिसकी अगले हफ्ते पृथ्वी की कक्षा से टक्कर हो सकती है। तो आइए जानते हैं कि वैज्ञानिकों ने इसे लेकर क्या चेतावनी दी है। नासा के अनुसार, इस उल्कापिंड का आकार शंघाई टावर के बराबर है। शंघाई टावर दुनिया की सबसे बड़ी बिल्डिंग है। अगले हफ्ते 4 अगस्त को ये एस्टेरॉयड धरती की कक्षा से टकराकर गुजरेगा।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इस एस्टेरॉयड का नाम वैज्ञानिकों ने QL433 रखा है। जो कि धरती की ओर बढ़ रहा है। ये धरती से 3 साल में 1 बार गुजरता है। इससे पहले ये एस्टेरॉयड साल 2020 जुलाई में भी धरती के पास से गुजरा था। QL433 नाम के इस एस्टेरॉयड की रफ्तार करीब 47,232 किलोमीटर प्रति घंटा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस उल्कापिंड को वैज्ञानिकों ने संभावित खतरनाक क्षुद्रग्रह की श्रेणी में रखा है। जिसका मतलब होता है कि एक ऐसा एस्टेरॉयड जो कि धरती के करीब आ सकता है। इस एस्टेरॉयड पर नासा अपनी नजर बनाए हुए है।
बता दें कि क्षुद्रग्रह या उल्कापिंड को एस्टेरॉयड कहते हैं। जब कोई ग्रह बनता है तो उस समय उससे छोटे-छोटे चट्टान के टुकड़े निकलकर बाहर की तरफ आकर सूर्य की परिक्रमा करने लगते हैं। कई बार ऐसा होता है कि यह उल्कापिंड अपनी कक्षा से बाहर निकल जाते हैं। आमतौर पर ग्रहों की कक्षा में क्षुद्रग्रह यानी कि एस्टेरॉयड जल जाते हैं। मगर कभी-कभी बड़े एस्टेरॉयड ग्रहों से टकरा जाते हैं। एस्टेरॉयड की पृथ्वी से भी टक्कर हो चुकी है।
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