India News(इंडिया न्यूज), 2nd April History: आज की तारीख यानी 2 अप्रैल के दिन का इतिहास क्रिकेट लवर्स से जुड़ा है, आज से ठीक 13 साल पहले भारत ने श्रीलंका को हराकर दूसरी बार वर्ल्ड कप का खिताब अपने देश के नाम किया था। 2 अप्रैल 2011 को वानखेड़े स्टेडियम (Wankhede Stadium) में खेले गए फाइनल में मुकाबले में भारत ने श्रीलंका को 6 विकेट से करारी शिकस्त दी थी और तत्कालीन कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) ने नाबाद 91 रनों की शानदार पारी खेली थी। इससे पहले 1983 में कपिल देव की कप्तानी में भारत ने वनडे वर्ल्ड कप अपने नाम किया था। चलिए आपको इसी तारीख से जुड़े कुछ ऐतिहासिकों दिन की बारे में बताते हैं, जानिए इस खबर में..

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दूसरा वर्ल्ड कप भारत के नाम

धोनी की कप्तानी में ये दूसरा वर्ल्ड कप खिताब था, जो हमारे देश ने जीता था, और पहला वर्ल्ड कप कपिल देव की कप्तानी में 1983 में जीता गया था। इससे पहले 2007 में धोनी की ही कप्तानी में टी-20 का वर्ल्ड कप भी जीता था हमने ही जीता था। 2011 वर्ल्ड कप का फाइनल मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया था, जहां भारत ने श्रीलंका को हरा कर कई रिकॉर्ड्स तोड़े। ये जानकर आप हैरान होंगे कि भारत से पहले किसी भी टीम ने अपनी जमीन पर वर्ल्ड कप हासिल नहीं किया था।

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डॉलर करेंसी की शुरुआत

अमेरिकी कांग्रेस ने 2 अप्रैल 1792 को उस करेंसी को स्थापित किया, जो आज दुनिया में सबसे ज्यादा प्रचलित है- जी हां बात हो रही है डॉलर की। दरअसल, 1792 में 2 अप्रैल को कॉइनेज एक्ट पारित हुआ था। इससे ही यू.एस. यानी अमेरिका मिंट की स्थापना हुई, जिसका काम सिक्के ढालना था, पहली औपचारिक अमेरिकी मुद्रा चांदी का डॉलर थी। तब लोगों को अपनी चांदी लानी पड़ती, तब मिंट उसे सिक्के में ढालकर लौटाता। इस कानून का उद्देश्य खरीद और व्यापार आसान बनाना था, पर जैसा सोचा गया था वह उसके हिसाब से सफल नहीं हो पाया था, तब चांदी के डॉलर ज्यादा बनते नहीं थे, इस वजह से उन्हें हासिल करना भी मुश्किल था। 1861 में कांग्रेस ने इसका एक समाधान निकाला, इस तरह अमेरिका में सरकारी नियंत्रण में पहली बार कागज की मुद्रा जारी हुई, जिसे डिमांड नोट्स कहा गया और उसके बाद इसका उपयोग एक अच्छे स्तर पर होना शुरु हो गया।

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हिंदुओं पर लगा था धार्मिक कर

भारत में यूं तो काफी शासक आए लेकिन मुगलों के इतिहास के सबसे क्रूर शासक के तौर पर पहचान बनाने वाले औरंगजेब ने हिंदुओं पर धार्मिक टैक्स यानि जजिया कर को दोबारा शुरू कर दिया था, इससे पहले एक बार जजिया को लगाया गया था पर फिर उसे खत्म कर दिया गया लेकिन औरंगजेब के शासन में इस धार्मिक कर को दुबारा शुरु कर दिया गया। जैसे-जैसे भारत में मुस्लिम शासकों का दायरा बढ़ा जजिया कर प्रणाली ने लोगों का जीवन मुश्किल कर दिया, उनकी पूंजी के एक हिस्से पर सीधे मुस्लिम शासकों का कब्जा होने लगा, न सिर्फ भारत में बल्कि दुनिया के कई देशों में जजिया कर वसूलने की परंपरा रही है। शुरुआती दौर में इसे ईसाई और यहूदियों से वसूला जाता था, जैसे-जैसे इस्लाम का दायरा बढ़ता गया भारत में भी इसकी शुरुआत हुई और हिंदुओं से भी इसे बसूला जाने लगा।

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इतिहास में 2 अप्रैल की मान्यता

1902: लॉसएंजिल्‍स में पहला मोशन पिक्‍चर थियेटर खोला गया।

1970: ‘असम पुनर्गठन अधिनियम’ के तहत भारत के उत्तर-पूर्व में मेघालय को स्वायत्तशासी राज्य का दर्जा दिया गया था।

1982: अर्जेंटीना ने दक्षिणी अटलांटिक महासागर में स्थित फॉकलैंड द्वीप समूह पर हमला हुआ था।

1984: अंतरिक्ष यात्री राकेश शर्मा, मिशन सोयूज टी-11 के तहत अंतरिक्ष जाने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री बने।

1999: इसी दिन मास्को में स्वतंत्र राष्ट्रों के राष्ट्रकुल (सीआईएस) की शिखर बैठक भी सम्पन्न हुई थी।