India News (इंडिया न्यूज), Ashutosh Sharma: भारत में क्रिकेट सबसे लोकप्रिय खेल है और हर गली-मोहल्ले में बच्चे क्रिकेट खेलते नजर आते हैं। नतीजतन, आज क्रिकेट के खेल में प्रतिस्पर्धा का स्तर काफी बढ़ गया है। दिल्ली कैपिटल्स के स्टार खिलाड़ी आशुतोष शर्मा भी इसी तरह के संघर्षों से गुजरे हैं। दरअसल, उन्होंने साल 2017 में एक टी20 लीग के दौरान मध्य प्रदेश की टीम के लिए डेब्यू किया था। उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी 2019-20 सीजन के दौरान लिस्ट-ए में भी डेब्यू किया और सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में भी खेल चुके हैं।
केकेआर के मौजूदा कोच पर राजनीति का आरोप
Ashutosh Sharma
आपको याद दिला दें कि साल 2020 में चंद्रकांत पंडित को मध्य प्रदेश टीम का नया कोच नियुक्त किया गया था। वह आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स के हेड कोच भी हैं। इंडिया टुडे के मुताबिक, आशुतोष ने खुलासा किया था कि लगातार अच्छे प्रदर्शन के बावजूद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया था। आशुतोष ने कहा कि नए कोच उन्हें पसंद नहीं करते थे और अच्छे प्रदर्शन के बाद भी उन्हें नजरअंदाज किया जाता था।
डिप्रेशन में जाने लगे थे आशुतोष
आशुतोष ने बताया था कि उन्होंने 2019 में मध्य प्रदेश के लिए खेले गए आखिरी टी20 मैच में 84 रन बनाए थे। आशुतोष ने कहा, “फिर एक नया कोच आया, जो शायद मुझे पसंद नहीं करता था। यहां तक कि सिलेक्शन ट्रायल में भी मैंने 40 या 45 गेंदों पर 90 रन बनाए थे, फिर भी मुझे सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी की टीम में नहीं चुना गया। उस साल मैंने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया था, फिर भी चयन न होने से मैं डिप्रेशन में जाने लगा था।”
आशुतोष ने साफ कहा कि उन्हें इस बारे में कुछ नहीं बताया गया कि उनकी गलती क्या थी और उन्हें टीम से क्यों बाहर किया गया। सौभाग्य से उन्हें उस साल रेलवे की टीम से खेलने का मौका मिला। उन्होंने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 11 गेंदों पर फिफ्टी भी लगाई है।