India News (इंडिया न्यूज), Gabba Cricket Stadium Demolition: जहां साल 2021 में टूटा था गाबा का घमंड, उसे किया जाएगा ध्वस्त। जी हां! ब्रिसबेन क्रिकेट ग्राउंड, जिसे आमतौर पर गाबा स्टेडियम के नाम से भी जाना जाता है, ध्वस्त होने जा रहा है। जी हां, इस ऐतिहासिक क्रिकेट स्टेडियम को ध्वस्त किया जाएगा। यह वही स्टेडियम है जहां ऋषभ पंत ने 2021 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट में यादगार और मैच जिताऊ पारी खेली थी। इस जीत के बाद पूर्व गेंदबाज विवेक राजदान द्वारा कहे गए शब्द “गाबा का घमासान टूटा है” सभी भारतीय प्रशंसकों के दिलों में बस गए। लेकिन गाबा स्टेडियम को क्यों ध्वस्त किया जा रहा है? आइए आपको बताते हैं।
गाबा स्टेडियम को पिछले कुछ सालों में अपने पुराने बुनियादी ढांचे और सीमित क्षमता के कारण चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। 2032 ओलंपिक और पैरालिंपिक खेलों के बाद इस स्टेडियम को ध्वस्त कर दिया जाएगा। क्वींसलैंड सरकार ने घोषणा की है कि गाबा स्टेडियम को ध्वस्त करने के बाद विक्टोरिया पार्क में 63 हजार सीटर अत्याधुनिक स्टेडियम बनाया जाएगा। यह फैसला ऑस्ट्रेलियाई खेल जगत में एक बड़ा फैसला है।
Gabba Cricket Stadium Demolition
यह स्टेडियम ऐतिहासिक रहा है। यहां ऑस्ट्रेलियाई फुटबॉल लीग (एएफएल) के मैचों के साथ-साथ कई क्रिकेट मैच खेले गए हैं। लेकिन सरकार ने फैसला किया है कि यहां सुविधा को बेहतर बनाया जाएगा, जो अभी नहीं है। इस स्टेडियम का जीर्णोद्धार किया जाएगा, जो क्रिकेट मैचों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय खेलों और एएफएल मैचों को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। इस स्टेडियम को बनाने में करीब 3.8 बिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर की लागत आएगी।
सरकार के इस फैसले का क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और क्वींसलैंड क्रिकेट ने समर्थन किया है। पहले गाबा स्टेडियम को फिर से बनाने की योजना थी, लेकिन बढ़ती लागत के कारण इसे रद्द कर दिया गया था। अब यह फैसला किया गया है कि इसे पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया जाएगा और एक नया आधुनिक स्टेडियम बनाया जाएगा।
इस स्टेडियम का निर्माण 1895 में हुआ था। वर्तमान में इसमें 37,000 दर्शकों के बैठने की व्यवस्था है। यहां का खेल क्षेत्र 170.6 मीटर लंबा और 149.9 चौड़ा है। गाबा के 2 छोर हैं, स्टेनली स्ट्रीट एंड और वल्चर स्ट्रीट एंड। यहां ऑस्ट्रेलियाई फुटबॉल, रग्बी और कई अन्य खेल भी खेले जाते हैं।
झज्जर के इस गांव में विवाहिता ने फंदा लगाकर दे दी जान, आखिर क्या रहा सुसाडट का कारण