India News (इंडिया न्यूज), Reasons For India’s Defeat In Pink Ball Test: ऑस्ट्रेलिया में खेले जा रहे बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट मैच में भारत को 10 विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा है। एडिलेट मैदान में अबतक हुए 8 पिंक बॉल टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया को जीत मिली है। ऑस्ट्रेलिया में खेले जा रहे पिंक बॉल टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजों ने काफी निराशाजनक प्रदर्शन किया। एक बार फिर भारतीय बल्लेबाजों ने निराश किया और कोई भी बल्लेबाज अर्धशतक भी नहीं लगा सका। भारत के कप्तान रोहित ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया लेकिन बल्लेबाजों की खराब फॉर्म के चलते भारत को एक बार फिर एडिलेड में हार का सामना करना पड़ा है। भारत को ऑस्ट्रेलिया ने 10 विकेट से हरा दिया।
विराट कोहली ने पहले टेस्ट में शानदार शतक लगाया था, ऐसे में उम्मीद थी कि एडिलेड में भी कोहली का बल्ला जमकर बोलेगा। लेकिन एक बार फिर स्विंग होती गेंद और ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंद पर आउट होने की उनकी कमजोरी सामने आई और वे दोनों पारियों में सस्ते में आउट हो गए। कोहली ने पहली पारी में 7 और दूसरी पारी में 11 रन बनाए। वहीं दूसरी तरफ पहले टेस्ट मैच में नहीं खेलने वाले रोहित शर्मा का बल्लेबाजी में फ्लॉप शो जारी रहा। रोहित पहली पारी में सिर्फ 3 और दूसरी पारी में 6 रन बनाकर आउट हो गए।
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रोहित की खराब बल्लेबाजी ने फैंस के सब्र का बांध भी तोड़ दिया है। साल 2024 में यह तीसरा मौका है, जब रोहित टेस्ट मैच की दोनों पारियों में दहाई का आंकड़ा नहीं छू पाए हैं। आपको बता दें कि रोहित का बल्ला टेस्ट में काफी समय से खामोश है। रोहित के बल्ले से आखिरी टेस्ट शतक मार्च 2024 में धर्मशाला टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ निकला था। रोहित शर्मा की कप्तानी के भी बुरे दिन शुरू हो चुके है। आखिरी चार टेस्ट मैच में रोहित शर्मा को कप्तान के तौर पर हार का सामना करना पड़ा है। पहले अपने घरेलू मैदान में तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में सभी मैच गंवाने वाले रोहित शर्मा का बुरा दौर ऑस्ट्रेलिया में भी जारी रहा और बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में खेले गए दूसरे मैच में हार का मुंह देखना पड़ा।
हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, एडिलेड टेस्ट मैच के दौरान भारत की फील्डिंग भी काफी खराब रही है। एडिलेड में ट्रैविस हेड ने 140 रनों की शानदार पारी खेली लेकिन उनका कैच दो बार छूटा। अगर हेड का कैच लिया जाता तो शायद भारतीय टीम टेस्ट में वापसी कर सकती थी। इसके अलावा गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह के अलावा कोई और गेंदबाज ज्यादा असरदार नहीं रहा। हालांकि सिराज ने 4 विकेट लिए लेकिन 98 रन दिए। वहीं अपना दूसरा टेस्ट मैच ही खेल रहे हर्षित राणा काफी महंगे साबित हुए। हम आपको बता दें कि, हर्षित ने 16 ओवर फेंके और 86 रन दिए। लेकिन एक भी विकेट चटकाने में नाकाम रहे।
ऑस्ट्रेलिया में खेले जा रहे इस टेस्ट सीरीज में सबसे बेहतरीन चीज ये हुई है कि, नीतीश कुमार रेड्डी के तौर पर भारत को एक बेहतरीन ऑलराउंडर मिलने की उम्मीद जग गई है। दूसरे टेस्ट की दोनों पारियों में सर्वाधिक 42 रनों की पारी खेलने वाले नीतीश रेड्डी ने एक विकेट भी चटकाए। उम्मीद की जा सकती है कि, सीरीज खत्म होते-होते रेड्डी के रूप में भारत को एक बेहतरीन ऑलराउंडर मिल सकता है।