2009 के हमले में घायल समरवीरा भी बतौर बैटिंग कोच आए
इंडिया न्यूज, कराची:
न्यूजीलैंड का पाकिस्तान दौरा खास चर्चा का विषय बना हुआ है। इसकी मुख्य वजह है कि न्यूजीलैंड की टीम 18 साल बाद पाकिस्तान में क्रिकेट खेलने पहुंची है। न्यूजीलैंड को 3 वन डे और 5 टी-20 मैच खेलने हैं। इससे पहले न्यूजीलैंड की टीम 2003-04 में पांच वनडे मैचों की सीरीज खेलने यहां आई थी। जबकि साल भर पहले भी न्यूजीलैंड की टीम पाकिस्तान दौरे पर आई थी लेकिन कराची में होटल के बाहर बम विस्फोट के चलते बगैर खेले लौट गई।
वहीं दूसरी वजह है न्यूजीलैंड टीम के बैटिंग कोच समरवीरा। ये वहीं समरवीरा जो साल 2009 में उस श्रीलंकाई टीम का हिस्सा थे जिस पर पाकिस्तान में गद्दाफी स्टेडियम के बाहर आतंकियों ने हमला किया था। इस हमले में थिलन समरवीरा के जांघ पर गोली लगी थी और कई इंच गहरा घाव हो गया था। यह हमला आतंकवादियों ने उस वक्त किया था जब श्रीलंका की टीम होटल से स्टेडियम बस में जा रही थी। आतंकवादियों ने स्टेडियम के बाहर बस पर अचानक गोलियां बरसानी शुरू कर दी थी। हालांकि बस के ड्राइवर ने हिम्मत दिखाई और बस को तेजी से स्टेडियम के अंदर ले गया था, जिस कारण जानमाल का नुक्सान नहीं हुआ था। थिलन समरवीरा को श्रीलंका के दिग्गज खिलाड़ी रहे हैं। उन्हें अक्सर उनकी हिम्मत के कारण याद किया जाता है कि उन्होंने गोली के चलते अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर को खत्म नहीं होने दिया। इस बार फिर से वे पाकिस्तान आए हैं और इस बार वे न्यूजीलैंड टीम के बैटिंग कोच हैं।