संबंधित खबरें
कोहली के शानदार शतक और यशस्वी के 161 रनों की बदौलत भारत ने बनाए 487 रन, कर दी पारी घोषित
IPL Auction 2025 : श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत और केएल राहुल के अलावा इन स्टार भारतीय खिलाड़ियों पर भी रहेगी सबकी नजरें, जाने और कौन प्लेयर हैं इस लिस्ट में शामिल
बुमराह की पत्नी ने की 'एडल्ट तारीफ', शरीर के इस अंग पर करने लगीं कमेंट, फोटो पर मचा बवाल
हो गया Virat Kohli की खराब किस्मत का इलाज? जानें ऐसा क्या हुआ कि अनुष्का भाभी के साथ उछल पड़े फैंस
नहीं झुकेगा भारत! चैंपियंस ट्रॉफी से पहले BCCI-PCB के बीच बढ़ी रार, मैदान में उतर ICC ने बुलाई इमरजेंसी बैठक
IND vs AUS 1st Test: शर्मनाक! भारतीय टीम की फिसड्डी बल्लेबाजी, कंगारुओं के सामने 150 पर टेके घुटने, इन धुरंधरो की खली कमी
India News (इंडिया न्यूज़), Sanjay Singh on Vinesh Phogat and Bajrang Punia: भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष संजय सिंह ने शनिवार को कहा कि पहलवान विनेश फोगट और बजरंग पुनिया का कांग्रेस पार्टी में शामिल होना इस बात का सबूत है कि पहलवानों के विरोध के पीछे कांग्रेस का हाथ है और इसके पीछे दीपेंद्र हुड्डा और हुड्डा परिवार का दिमाग है। एएनआई से बात करते हुए सिंह ने कहा कि यह कदम तो होना ही था और यह पूरा विरोध कांग्रेस पार्टी के इशारे पर हो रहा है।
उन्होंने कहा, “वे कांग्रेस में शामिल हो गए, इसलिए यह साबित होता है कि वे उस विरोध के पीछे थे। बृजभूषण शरण सिंह भाजपा से जुड़े थे। मैं किसी पार्टी या व्यक्ति से जुड़ा नहीं हूं, लेकिन फिर भी उन्होंने मेरा भी विरोध किया… यह पूरा विरोध राजनीति से प्रेरित था।”
उन्होंने कहा, “यह तो होना ही था। पूरा देश जानता है कि यह पूरा विरोध कांग्रेस के इशारे पर हो रहा था और इसका मास्टरमाइंड दीपेंद्र हुड्डा यानी हुड्डा परिवार था। इस विरोध की नींव उस दिन रखी गई, जब हमारे प्रधानमंत्री ने बृजभूषण शरण सिंह की तारीफ करते हुए कहा कि कुश्ती सुरक्षित हाथों में है।”
उन्होंने आगे कहा कि पूरे विरोध प्रदर्शन ने दो साल तक कुश्ती गतिविधि को रोक दिया था, जिसके कारण देश को पेरिस ओलंपिक में कम पदक मिले।
भारत के इस पूर्व कोच ने थामा न्यूजीलैंड का हाथ, अब भारत के खिलाफ ही टीम को करेंगे ट्रेन
“उन्होंने विरोध शुरू किया और बृजभूषण शरण सिंह ने कुश्ती से खुद को अलग कर लिया, इसलिए यह मुद्दा वहीं खत्म हो जाना चाहिए था, लेकिन यह राजनीति से प्रेरित था और इसके पीछे कांग्रेस थी… यह पूरी साजिश इसलिए भी रची गई क्योंकि ओलंपिक में 4-5 कुश्ती पदक आने वाले थे। विरोध प्रदर्शन ने उन पदकों को भी प्रभावित किया। ओलंपिक वर्ष में 2 साल तक कोई कुश्ती गतिविधि नहीं हुई, इसलिए उसके कारण हमें कम पदक मिले। हमारे पहलवान अभ्यास नहीं कर पाए… अब इन लोगों का हमारे कुश्ती संघ पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है।”, डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने कहा।
ऑस्ट्रेलिया के इस बल्लेबाज ने महज 43 गेंदों में लगाए शतक, अपने ही रिकॉर्ड को किया धराशाई
इससे पहले आज, पूर्व डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी के नेता बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि फोगट और पुनिया का कांग्रेस पार्टी में शामिल होना साबित करता है कि पहलवानों का पूरा आंदोलन उनके खिलाफ एक “साजिश” थी और इसके पीछे कांग्रेस पार्टी थी। बृजभूषण ने आगे कहा कि पिछले साल जनवरी में जब पहलवानों का जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ था, तब उन्होंने दावा किया था कि यह खिलाड़ियों का आंदोलन नहीं है और इसके पीछे भूपेंद्र हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस है। 18 जनवरी 2023 को जब जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ, तब मैंने कहा था कि यह खिलाड़ियों का आंदोलन नहीं है, इसके पीछे कांग्रेस है। खासकर भूपेंद्र हुड्डा, दीपेंद्र हुड्डा, प्रियंका जी और राहुल जी। यह कांग्रेस का आंदोलन है। और आज यह बात साबित हो गई है। इस पूरे आंदोलन में, हमारे खिलाफ जो साजिश हुई, उसमें कांग्रेस शामिल थी और भूपेंद्र हुड्डा उसका नेतृत्व कर रहे थे।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.