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India News(इंडिया न्यूज), BAN vs PAK Test Series Between Protest: बांग्लादेश में हाल ही में आरक्षण के मुद्दे को लेकर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन शुरू हुए हैं, जो अब एक गंभीर संकट का रूप ले चुका है। इस विरोध के परिणामस्वरूप, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना को देश छोड़कर जाना पड़ा है, और आर्मी ने देश की कमान संभाल ली है। इस स्थिति ने बांग्लादेश क्रिकेट टीम की तैयारियों पर भी गहरा असर डाला है।
आर्मी रूल के तहत, बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (BCB) के एक अधिकारी ने क्रिकबज को बताया कि देश में जारी कर्फ्यू के कारण क्रिकेट टीम की प्रैक्टिस पर रोक लगी हुई है। अधिकारी ने कहा, “हम नहीं जानते कि हमारी क्रिकेट टीम कब दोबारा अभ्यास शुरू कर पाएगी क्योंकि यहां अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। हमारा मैनेजमेंट स्थिति की समीक्षा कर रहा है और जैसे ही हमें मौजूदा परिस्थितियों के बारे में अधिक जानकारी मिलेगी, हम अपनी स्थिति को स्पष्ट कर पाएंगे।”
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बांग्लादेश क्रिकेट टीम को लगभग दो सप्ताह में पाकिस्तान के दौरे पर जाना है। इस दौरे में बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच 21 अगस्त से 3 सितंबर तक दो टेस्ट मैच खेले जाने हैं। पहला टेस्ट रावलपिंडी और दूसरा कराची में होगा। हालांकि, मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए, बांग्लादेश टीम की तैयारी पर संकट मंडरा रहा है। इसके अतिरिक्त, सितंबर में बांग्लादेशी टीम को भारत का दौरा भी करना है, जहां दोनों देशों के बीच 2 टेस्ट और 3 टी20 मैच खेले जाने हैं। परंतु, विरोध प्रदर्शन की स्थिति के कारण इस शेड्यूल पर भी असर पड़ सकता है।
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विरोध प्रदर्शन का मुख्य कारण सरकारी नौकरी में आरक्षण को लेकर है। बांग्लादेश की स्वतंत्रता के दौरान भाग लेने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के परिवारों को सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत आरक्षण दिया जाता है। छात्रों ने इस आरक्षण नीति के खिलाफ छोटे स्तर पर विरोध शुरू किया, जो जल्दी ही सड़कों पर बड़े पैमाने पर फैल गया और हिंसात्मक रूप ले लिया। स्थिति तब और गंभीर हो गई जब प्रधानमंत्री शेख हसीना ने छात्रों की मांगों को मानने से इंकार कर दिया।
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इस विरोध ने बांग्लादेश की राजनीति, समाज और खेल पर गहरा प्रभाव डाला है। वर्तमान में, स्थिति का समाधान न होने के कारण न केवल राजनीतिक संकट बढ़ा है, बल्कि क्रिकेट जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्र पर भी इसका असर साफ दिखाई दे रहा है।
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