India News (इंडिया न्यूज),Harbhajan Singh:भारत के पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने एक ऐसा दावा किया है जिसने पूरे क्रिकेट जगत को हैरान कर दिया है। हरभजन ने आत्मविश्वास के साथ कहा है कि उनका बेटा भविष्य में महान सचिन तेंदुलकर से भी बड़ा खिलाड़ी बनेगा। जर्सी नंबर 10, जो सचिन तेंदुलकर के कारण बेहद प्रतिष्ठित है, एक दिन हरभजन के बेटे द्वारा पहनी जा सकती है, इस दावे ने काफी चर्चा बटोरी है।
हरभजन सिंह, जो दो बच्चों के पिता हैं, जिनमें एक बेटी और एक बेटा है जिसका जन्म जुलाई 2021 में हुआ और नाम जोवान वीर सिंह प्लाहा है, ने अपने बेटे को क्रिकेट में महानता प्राप्त करते देखने की इच्छा व्यक्त की है। उन्होंने साहसिक रूप से कहा, “मैंने सचिन तेंदुलकर के कारण क्रिकेट नहीं छोड़ा। मैं हमेशा से नंबर 10 की जर्सी पहनना चाहता था, लेकिन मैं ऐसा नहीं कर सका। लेकिन मेरा बेटा एक दिन सचिन से भी बड़ा खिलाड़ी बनेगा और नंबर 10 की जर्सी पहनेगा। मेरी इच्छा है कि भविष्य की युवा पीढ़ी सभी रिकॉर्ड तोड़े।”
Harbhajan Singh
सचिन तेंदुलकर का शानदार करियर, जो 1989 में उनके डेब्यू से लेकर 2013 में उनके संन्यास तक चला, हमेशा नंबर 10 की जर्सी से जुड़ा रहा। उनके संन्यास के बाद यह उम्मीद थी कि कोई नया खिलाड़ी इस प्रतिष्ठित नंबर को पहनेगा। लेकिन सचिन के सम्मान में कई खिलाड़ियों ने इसे पहनने से इनकार कर दिया, जिसके कारण बीसीसीआई ने आधिकारिक रूप से नंबर 10 की जर्सी को रिटायर कर दिया।
हरभजन सिंह का ऐतिहासिक करियर
हरभजन सिंह ने महज 18 साल की उम्र में भारत के लिए टेस्ट डेब्यू किया था। उन्हें आखिरी बार मार्च 2016 में एक टी20 मैच में भारत के लिए खेलते देखा गया था, और उन्होंने दिसंबर 2021 में आधिकारिक रूप से संन्यास की घोषणा की। अपने करियर के दौरान, हरभजन भारत के सबसे सफल गेंदबाजों में से एक रहे, जिन्होंने टेस्ट, वनडे और टी20 फॉर्मेट में कुल मिलाकर 367 मैच खेले और 711 विकेट अपने नाम किए।
हरभजन का यह बयान न केवल उनके बेटे की क्षमता में विश्वास को दर्शाता है, बल्कि भारतीय क्रिकेट में एक नए युग की उम्मीद भी जगाता है। उनका दावा खिलाड़ियों और प्रशंसकों के जर्सी नंबरों के साथ भावनात्मक जुड़ाव को उजागर करता है। यदि भविष्य में उनका बेटा वास्तव में नंबर 10 की जर्सी पहनता है, तो यह न केवल महानता की निरंतरता का प्रतीक होगा, बल्कि भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक नया अध्याय भी जोड़ देगा।
क्रिकेट प्रशंसकों के लिए, यह एक सवाल छोड़ता है: क्या जोवान वीर सिंह प्लाहा अपने पिता के साहसिक भविष्यवाणी को पूरा कर पाएगा? केवल समय ही इस प्रश्न का उत्तर देगा, लेकिन हरभजन का अपने बेटे के भविष्य में यह विश्वास नई पीढ़ी के क्रिकेटरों में उनकी अटूट आस्था को दर्शाता है।