Crorepati Kachori Wala: आपने अकसर फिल्मों में देखा होगा कि कोई एक गरीब दिखने वाला या ठेला लगाने वाला व्यक्ति बेहद अमीर निकलता है. ऐसा ही एक व्यक्ति पुलिस के हत्थे चढ़ा है. एक कचौड़ी वाला कानपुर पुलिस के हत्थे चढ़ा है, जिसका नाम रविंद्र नाथ सोनी. रविंद्र की कहानी किसी बॉलीवुड फिल्म की स्क्रिप्ट से कम नहीं है.
गिरफ्तारी के बाद रविंद्र पुलिस के सामने खुद को बेचारा कचौड़ी वाला बता रहा था. हालांकि एसआईटी को उसकी बातों पर यकीन नहीं हुआ. पुलिस ने उसकी कुंडली निकाली, तो उसके काले चिट्ठे देख पुलिस खुद हैरान रह गई. जैसे-जैसे एसआईटी की जांच आगे बढ़ी, वैसे-वैसे खुद को बेचारा, कंगाल और कचौड़ी का ठेला लगाकर गुजारा करने वाले रविंद्र के ड्रामे की परतें खुलती रहीं. सोनी के लाइफ़स्टाइल, उसके ठिकाने और उसके अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क ने पुलिस टीमों को भी अचंभे में डाल दिया.
दिल्ली-एनसीआर और दुबई में संपत्ति
रविंद्र सोनी के दिल्ली-एनसीआर, देहरादून समेत दुबई में करोड़ों की संपत्तियांस महंगे फ्लैट और विदेशी बैंक खातों का खुलासा हुआ है. कानपुर में उसे गिरफ्तार करने के बाद एसआईटी ने उसे रिमांड पर लिया. सबसे पहले टीम देहरादून पहुंची, जहां पुलिस उसका आलीशान फ्लैट देख चौंक गई. इस फ्लैट में आरोपी की पत्नी और उसकी बेटी रहती थी. पुलिस को वहां से जो दस्तावेज मिलने की उम्मीद थी, वो नहीं मिल सके. हालांकि यहां जांच के दौरान पुलिस को ये पता जरूर चल गया कि रविंद्र की कहानी झूठी है.
धीरे-धीरे पुलिस को पता चला कि दिल्ली के करोल बाग में आरोपी की दुकाने हैं. एनसीआर में लग्ज़री फ्लैट हैं और दुबई में करोड़ों की कीमत के दो अपार्टमेंट हैं. साथ ही दुबई के दो बैंक खातों में करोड़ों रुपए भी जमा हैं. जांच करने वाली टीमें समझ गईं कि कचौड़ी का ठेला लगाने वाला रविंद्र कुछ और ही है.
ब्लू-चिप कंपनियों-फर्जी निवेश योजनाओं के जरिए ठगी
आगे की जांच में पुलिस को पता चला कि वो ब्लू-चिप कंपनियों और फर्जी निवेश योजनाओं के जरिए करोड़ों की ठगी कर रहा है. पुलिस ने जब उसकी डिजीटल डिटेल्स खंगालीं, तो पता चला कि सोनी के संपर्कों का जाल चार महाद्वीपों तक फैला हुआ है. देहरादून में पुलिस की नजर तीन ऐसी तस्वीरों पर पड़ी, जिसमें अमेरिका में रहने वाली गुरमीत कौर, शाश्वत सिंह और सूरज जुमानी थे. पुलिस को शक है कि ये पैसे विदेश भेजने में बड़ी भूमिका निभाते हैं.
ब्लू-चिप कंपनी का डिप्टी डायरेक्टर निकला आरोपी
पुलिस को आगे जांच में पता चला कि जो कचौड़ी का ठेला लगाने वाला व्यक्ति पुलिस के सामने रो रहा था, वो खुद ब्लू-चिप कंपनी का डिप्टी डायरेक्टर था. उसके खाते में कई बड़े ट्रांजेक्शन्स भी सामने आए.
संपत्ति सीज करने की तैयारी
कानपुर पुलिस कमिश्नर रघुवीर लाल ने जानकारी देते हुए बताया कि अब तक सोनी की करीब 22 करोड़ रुपये की संपत्ति सामने आ चुकी है. अधिकारियों का कहना है कि यह सिर्फ शुरुआती आंकड़ा है. असलियत में उसकी संपत्ति बहुत ज्यादा हो सकती है. पुलिस ने दिल्ली के मालवीय नगर में सोनी का घर, करोल बाग की दुकानें और एनसीआर की प्रॉपर्टी के साथ ही दुबई के फ्लैटों की पूरी जांच शुरू कर दी गई है. रविंद्र की सभी संपत्तियों को सीज करने की तैयारी की जा रही है.