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इंडिया न्यूज, New Delhi News। Heavy Rain In Himachal: देश के उत्तरी राज्यों में लगातार भारी बारिश के कारण स्थिति काफी खराब हो गई है। जिस कारण बाढ़ और भूस्खलन से हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में करीब 25 लोगों की मौत होने की सूचना मिली है।
बता दें कि लगातार हो रही बारिश के कारण अचानक बाढ़ और भूस्खलन ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। एक सरकारी बयान में कहा गया है कि राहत बचाव कर्मियों ने हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले का दौरा किया, जहां बाढ़ के पानी में 2 घर बह गए और 8 लोगों की मौत हो गई। उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में कई घर पानी में बह गए।
जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में कम से कम 25 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि अन्य लापता हैं, उनके जिंदा रहने की संभावना काफी कम है। राहत-बचाव टीम खोजबीन में जुटी है।
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन की घटनाओं में आठ लोगों की मौत हो गई और 13 अन्य के मारे जाने की आशंका है। राज्य के हमीरपुर जिले में अचानक आई बाढ़ में फंसे 22 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है।
कांगड़ा जिले में चक्की पुल सुबह भारी बारिश के कारण ढह जाने के बाद जोगिंद्रनगर और पठानकोट रूट के बीच ट्रेन सेवा को निलंबित कर दिया गया है। रेलवे अधिकारियों ने पुल को असुरक्षित घोषित कर दिया था।
मंडी में भारी बारिश के कारण हुए भूस्खलन और अचानक आई बाढ़ में एक लड़की की मौत हो गई। शुक्रवार की रात मंडी-कटोला-प्रसार मार्ग पर बागी नाले में एक बच्ची का शव उसके घर से करीब आधा किमी दूर बरामद किया गया। जबकि उसके परिवार के 5 सदस्य बह गए।
वहीं हिमाचल प्रदेश के गोहर विकासखंड के काशान गांव में भूस्खलन के बाद एक अन्य परिवार के 8 सदस्यों के भी उनके घर के मलबे में दबे होने की आशंका जताई है। लेकिन अभी तक शव नहीं निकाले जा सके हैं। अचानक आई बाढ़ और कई बार भूस्खलन के बाद मंडी जिले की कई सड़कें भी अवरुद्ध हो गई हैं।
उत्तराखंड की बात करें तो राज्य के विभिन्न हिस्सों में बादल फटने से 4 लोगों की मौत हो गई, जबकि 10 लापता हो गए। कई पुल बह गए।
मूसलाधार बारिश ने टिहरी जिले के ग्वाद गांव में दो घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया, जिससे 7 लोग मलबे में दब गए। टिहरी के जिलाधिकारी सौरभ गहरवार ने बताया कि मलबे के नीचे से 2 शव बरामद किए गए हैं। वहीं टोंस नदी के तट पर स्थित प्रसिद्ध शिव मंदिर टपकेश्वर की गुफाओं में भी पानी घुस गया है।
देहरादून के रायपुर क्षेत्र के सरखेत गांव में तड़के लगभग 2.15 बजे बादल फटा। थानो के पास सोंग नदी पर एक पुल बह गया, जबकि मसूरी के पास लोकप्रिय पर्यटन स्थल केम्प्टी फॉल्स में भी पानी की धारा ने विकराल रूप ले लिया है।
बता दें कि ऋषिकेश-बद्रीनाथ राजमार्ग तोताघाटी में अवरुद्ध है। वहीं ऋषिकेश-गंगोत्री राजमार्ग नागनी में अवरुद्ध है और नरेंद्रनगर-रानीपोखरी मार्ग कई जगहों पर अवरुद्ध है।
इसके अलावा लगातार हो रही भारी बारिश के कारण जम्मू-कश्मीर के उधमपुर गांव में भूस्खलन के कारण मिट्टी का मकान गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई। बचाव दल ने नाबालिगों के शवों की पहचान 3 साल की उम्र के आरिफ और बिल्ला सोन के 2 महीने के गनी के रूप में की है।
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