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India News(इंडिया न्यूज),prakash singh badal om prakash chautala ,Haryana : पांच बार पंजाब के मुख्यमंत्री रह चुके प्रकाश सिह बादल के निधन ने साथ ही पंजाब की राजनीति का एक बड़ा अध्याय खत्म हो गया। बता दें पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल हरियाणा की राजनीति में भी देखने को मिल ही जाते थे। इस बात में कोई दो राय नहीं है कि इनेलो अकाली गठबंधन के चलते हरियाणा में अकाली दल का पूरा दखल रहा है। ये जग जाहिर है कि सूबे की कई सीटों पर इनेलो ने अकालियों के साथ मिलकर चुनाव लड़ा और सरकार बनाई है।
इनेलो और अकालियों का यह रिश्ता पूर्व उप प्रधानमंत्री देवीलाल के समय से शुरू हुआ यह रिश्ता ओम प्रकाश चौटाला ने बखूबी चलाया। हरियाणा में होने वाली इनेलो की सभी रैलियों में प्रकाश सिंह बादल मंच पर नजर आते थे। यही नहीं मंच से एक बार तो इनेलो ने यह भी ऐलान किया कि उनकी पार्टी के संदर्भ मेंं प्रकाश सिंह बादल फैसला लेंगे।
बता दें एक ऐसा समय था जब चौटाला परिवार का खूब ख्याल रखा था। पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के जेल जाने के बाद बादल साहब ने चौटाला परिवार का पूरा ध्यान रखा और बड़े बुजुर्ग की तरह परिवार के सभी सदस्यों ने उन्हें मान सम्मान दिया। यह बात अलग है कि एसवाईएल के मुददे पर इनेलो और अकाली दल का गठबंधन हरियाणा विधानसभा में टूट गया है। गठबंधन तोडऩा इनेलो की यह एक राजनीतिक मजबूरी थी, क्योंकि एसवाईएल का मुददा हरियाणा के हितों से जुड़ा हुआ था। अन्यथा कोई राजनतिक मुददा आज तक दोनों परिवारों को अलग नहीं कर सका।
जिस समय इनेलो से अलग होकर जजपा बनी। हरियाणा में देवीलाल परिवार के लिए यह संकट का समय था, लेकिन संकट के इस समय में प्रकाश सिंह बादल ने परिवार को एक रखने का भरसक प्रयत्न किया। उन्होंने अभय चौटाला और दुष्यंत चौटाला दोनों को समझाया कि परिवार में मन मुटाव होते रहते हैं, लेकिन परिवार का एक रहना जरूरी है। परिवार अलग हो गया वह बात अलग है लेकिन बादल ने अपने प्रयास में कोई कमी नहीं छोड़ी।
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