अगर आप भी ज्यादा इस्तेमाल करते हैं स्मार्टफोन तो हो जाइये सावधान, हो सकता है आपको भी नोमोफोबिया

India news (इंडिया न्यूज़), Nomophobia: आज के समय में स्मार्टफोन लोगों की ऐसी जरुरत बन गई है कि उससे दूर होने से लोगों काफी डर लगता है। रात में जब तक नींद नहीं आती तब तक लोग फोन को चलाते रहते हैं और सुबह उठते ही फोन को देखने लगते हैं। स्मार्टफोन का ज्यादा इस्तेमान करने से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। वहीं इसके ज्यादा इस्तेमाल से आंख की रोशनी भी जा सकती है। स्मार्टफोन के ज्यादा इस्तेमान से लोग नोमोफोबिया नाम की बीमारी का भी शिकार होने लगे हैं। चलिए जानते है आखिर क्या होता है नोमोफोबिया।

क्या है नोमोफोबिया?

यह इस बात का फोबिया (डर) है कि कहीं आपका फोन खो न जाए और आपको उसके बिना न रहना पड़े। इससे पीड़ित व्यक्ति को नोमोफोन कहा जाता है।

मोबाइल फोन के लत के आंकड़े

  • 84% स्मार्टफोन यूजर्स ने दुनियाभर में हुए एक सर्वे में माना कि वे एक दिन भी अपने फोन के बिना नहीं रह सकते हैं।
  • 20% लोगों ने माना कि वे हर 10 मिनट में अपना फोन चेक करते हैं।
  • 37% एडल्ट्स और 60% टीनएजर्स ने माना कि उन्हें अपने स्मार्टफोन की लत है।
  • 45% स्मार्टफोन यूजर्स ने माना कि फोन खो जाने पर उन्हें घबराहट या चिंता सताती है।
  • 50% स्मार्टफोन यूजर्स फिल्म देखने के दौरान फेसबुक चेक करते हैं।
  • 12% लोगों ने एक सर्वे में माना है कि स्मार्टफोन का ज्यादा इस्तेमाल उनके निजी रिश्तों पर सीधा असर डालता है.-
  • 41% लोग, किसी के सामने मूर्ख न लगें, इससे बचने के लिए मोबाइल में उलझे होने की नौटंकी करते। इससे उनका आत्मविश्वास घटता है।

स्मार्टफोन के नुकसान

  • सांस पर असर
  • रीढ़ की हड्डी पर गंभीर असर
  • स्किन से जुड़ी समस्याएं
  • नींद से जुड़ी समस्याएं
  • मानसिक तनाव का बढ़ना
  • आत्मविश्वास की कमी

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