India News ( इंडिया न्यूज़ ) Coronavirus News: एक बार फिर से कोरोना के नए वेरिएंट ने लोगों को डरा रखा है। अब इंग्लैंड में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए जहां कुछ वैज्ञानिक लोगों से फेस मास्क पहनने की अपील कर रहे हैं तो दूसरी तरफ कुछ वैज्ञानिकों का कहना है कि अनावश्यक डर फैलाने से बचने की जरूरत है। साथ ही इसके लिए वैज्ञानिकयों कि मीटिंग भी बुलाई गई है जिसमें कई डॉक्टर ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
विशेषज्ञों ने अनुमान लगाया है कि खराब मौसम और बार्बेनहाइमर प्रभाव का जिक्र करते हुए कहा कि संक्रमण में वृद्धि के साथ-साथ प्रतिरक्षा में कमी भी हो सकता है। ऐसे कोई संकेत नहीं हैं कि नया खोजा गया संस्करण जो एरिस से अलग है अपने पूर्वज ओमीक्रॉन सहित अन्य की तुलना में अधिक खतरा पैदा करता है। वायरस ट्रैकर्स का कहना है कि इसे डेनमार्क और इजराइल में पहले ही देखा जा चुका है, जिससे पता चलता है कि इसका प्रसार शुरू हो गया हा। विशेषज्ञों का मानना है कि इस वैरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में 30 से अधिक उत्परिवर्तन हैं। वायरस का वह हिस्सा जो मानव कोशिकाओं में चिपक जाता है और संक्रमण की वजह बनता है।
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