संबंधित खबरें
Give Up Abhiyan: सावधान! 31 जनवरी तक अगर नहीं हटवाया इस योजना से अपना नाम तो होगी कानूनी कार्रवाई
Madhya Pradesh News: नींद में था परिवार, तभी झोपड़ी में लगी आग, 3 लोग जलकर हुए राख
Vinay Saxena Vs Atishi: आखिर ऐसा क्या हुआ! जो CM आतिशी ने LG को कहा धन्यवाद
Fake army officer: सेना का फर्जी अफसर बन विदेशी महिला के साथ कांड…फिर शर्मसार हुई ताज नगरी
UP News: अखिलेश यादव ने खेला बड़ा दाव, घर-घर पहुंचा PDA का पर्चा, अंबेडकर विवाद में नया मोड़
Kuno National Park: कुनो नेशनल पार्क से फिर फरार हुआ चीता, वीडियो आया सामने, लोगों में दहशत का माहौल
इंडिया न्यूज़ (नई दिल्ली, Covid is human made virus says a scientist in New book): चीन में वुहान के विवादास्पद अनुसंधान प्रयोगशाला में काम करने वाले अमेरिका के एक वैज्ञानिक ने एक बड़ा दावा किया गया, उन्होंने दावा किया है कि COVID-19 एक “मानव निर्मित वायरस” था जो लीक हुआ था।
ब्रिटिश अखबार द सन में अमेरिका स्थित शोधकर्ता एंड्रयू हफ के बयान का हवाला देते हुए न्यूयॉर्क पोस्ट ने अपनी रिपोर्ट में कहा की दो साल पहले वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (डब्ल्यूआईवी) से कोरोना वायरस लीक किया था, जो चीन की सरकार द्वारा संचालित और वित्त पोषित अनुसंधान सुविधा है।
महामारी विज्ञानी हफ ने अपनी नवीनतम पुस्तक, “द ट्रुथ अबाउट वुहान” में दावा किया है कि महामारी अमेरिकी सरकार द्वारा चीन में कोरोना वायरस के वित्तपोषण के कारण हुई थी। हफ की किताब के कुछ अंश ब्रिटेन के टैबलॉयड द सन में प्रकाशित हुए हैं।
न्यू यॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, मिस्टर हफ इकोहेल्थ एलायंस के पूर्व उपाध्यक्ष हैं, जो संक्रामक रोगों का अध्ययन करता है। मिस्टर हफ ने अपनी किताब में दावा किया है कि चीन के गेन-ऑफ-फंक्शन प्रयोग अपर्याप्त सुरक्षा के साथ किए गए, जिसके परिणामस्वरूप वुहान लैब में रिसाव हुआ।
वुहान लैब COVID की उत्पत्ति पर गरमागरम बहस का केंद्र रहा है, चीनी सरकार के अधिकारियों और लैब कर्मचारियों दोनों ने इस बात से इनकार किया है कि वायरस की उत्पत्ति वहीं हुई है।
एंड्रयू हफ ने अपनी पुस्तक में कहा, “विदेशी प्रयोगशालाओं में उचित जैव सुरक्षा और जोखिम प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त नियंत्रण के उपाय नहीं थे, जिसके परिणामस्वरूप वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में प्रयोगशाला रिसाव हुआ।”
एक दशक से अधिक समय से, राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (एनआईएच) से वित्त पोषण के साथ वुहान लैब में चमगादड़ों के कोरोना वायरस पर रिसर्च किया जा रहा था। NIH बायोमेडिकल और सार्वजनिक स्वास्थ्य अनुसंधान के लिए जिम्मेदार अमेरिकी सरकार की प्राथमिक एजेंसी है।
मिस्टर हफ ने साल 2014 से 2016 तक इकोहेल्थ एलायंस में काम किया है। हफ ने लिखा, “चीन पहले दिन से जानता था कोरोना मानव निर्मित था।” हफ चीनी को खतरनाक जैव प्रौद्योगिकी के हस्तांतरण के लिए अमेरिकी सरकार को दोषी ठहराते है।
पोस्ट यह भी दावा करता है कि प्रोपब्लिका/वैनिटी फेयर द्वारा प्रकाशित एक हालिया जांच के अनुसार, WIV चीन के सबसे जोखिम भरे कोरोनावायरस अनुसंधान का घर है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.