संबंधित खबरें
Himachal BPL Rules: सरकार ने बदली 'गरीबी' की परिभाषा, जानें अब कौन कहलाएगा गरीब? BPL के नए नियम जारी
नए साल पर घूमने जानें से पहले पढ़े UP-NCR की ट्रैफिक एडवाइजरी, ये हैं रूटों का प्लान
Maha Kumbh 2025: कुंभ की तैयारियों को देख अखिलेश ने बांधे तारीफों के पुल, बोले- कमियों की तरफ खींचते रहेंगे ध्यान
kota Night Shelters: खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर लोग, अब तक नहीं किया गया रैन बसेरे का इंतजाम
Kotputli Borewell Rescue: 65 घंटे से बोरवेल में फंसी मासूम चेतना, रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी, मां की बिगड़ी तबीयत
Ajmer Bulldozer Action: दरगाह के पास चला निगम का पीला पंजा, अवैध अतिक्रमण साफ, कार्रवाई से क्षेत्र में मचा हड़कंप
India News (इंडिया न्यूज़), Haryana Congress, चंडीगढ़: हरियाणा कांग्रेस की गुटबाजी के कारण एक बार फिर संगठन लिस्ट लटक गई है। दो दिन के चंडीगढ़ प्रवास के दौरान मिले फीडबैक के बाद अब बाबरिया ने यह फैसला किया है। विधायकों, नेताओं से मिले इनपुट के बाद बाबरिया अब दिल्ली में भी फीडबैक लेंगे। इसके लिए उन्होंने कुछ नेताओं से वन टू वन मुलाकात के बाद दिल्ली तलब किया है। पार्टी सूत्रों के अनुसार गुटों की एक राय बनाने के लिए वर्तमान में केंद्र स्तर पर लटकी संगठन लिस्ट को रद्द कर उसे नए सिरे से भी तैयार किया जा सकता है।
हरियाणा कांग्रेस की दो दिन चली अहम बैठक में पार्टी विधायकों ने प्रभारी दीपक बाबरिया से गुटबाजी को लेकर चिंता जताई। विधायक वरुण मुलाना, शैली चौधरी, प्रदीप चौधरी, मेवा सिंह आदि ने बताया कि पार्टी में यदि जल्द गुटबाजी खत्म नहीं की गई तो 2019 की तरह 2024 का भी चुनाव हार जाएंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि हरियाणा में कांग्रेस का संगठन होना बेहद जरूरी है।
हरियाणा कांग्रेस में अभी 4 गुट हैं। इसमें पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के साथ ही राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और छत्तीसढ़ में पार्टी प्रभारी कुमारी शैलजा, पार्टी नेता और विधायक किरण चौधरी के नाम प्रमुख हैं। हालांकि इन गुटों में सबसे प्रभावी पूर्व सीएम हुड्डा ही हैं। उन्होंने संगठन के नाम पर हरियाणा में अध्यक्ष के रूप में चौधरी उदयभान की नियुक्ति कराई, यही कारण है कि आए दिन उन पर मजबूर अध्यक्ष के आरोप दूसरे गुट के नेता लगाते रहते हैं।
हरियाणा में मीटिंग के दौरान दीपक बाबरिया ने अन्य दलों का भी फीडबैक लिया। हरियाणा में सत्तासीतन BJP-JJP के साथ ही आम आदमी पार्टी और INLD के प्रमुख चेहरों पर चर्चा की। बाबरिया ने इसके बाद पार्टी नेताओं को कुछ दिशा निर्देश भी दिए। साथ ही विपक्षी नेताओं से लड़ने के लिए एकजुट होने की भी सलाह दी।
हरियाणा कांग्रेस की इस अहम बैठक में सभी गुटों के नेताओं ने एक दूसरे पर जमकर आरोप लगाए। सुरजेवाला, किरण और सैलजा ने पूर्व सीएम पर एकाधिकार का आरोप लगाया। वहीं भूपेंद्र हुड्डा ने भी 2019 में टिकट बंटवारे को लेकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि 2019 में ही कांग्रेस की सरकार बनना तय था, लेकिन हमारे स्तर पर ही गलती हुई, जिसका आकलन जरूरी है। हुड्डा ने बातों ही बातों में टिकट बंटवारे की तरफ प्रभारी का ध्यान खींचा। 90 में से 40 टिकट हुड्डा विरोधी खेमों को मिली थी।
पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि जो लोग चौधरी उदयभान को प्रदेश अध्यक्ष मानने से इनकार करते हैं, वह किस मुंह से अनुशासन का दम भरते हैं। उन्होंने कहा कि उदयभान को कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। ऐसे में उनके खिलाफ होने वाली टिप्पणियों को भी अनुशासनहीनता माना जाना चाहिए। बार-बार पार्टी को नुकसान पहुंचाने वाली गतिविधियां और बयानबाजी करने वालों को अपने भीतर झांकना चाहिए।
यह भी पढ़े-
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.