नई दिल्ली (Ram Mandir Construction): अयोध्या में बन रहे राम मंदिर निर्माण को लेकर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बयान दिया है। उन्होंने अपने बयान में कहा है कि जनता से जो वादा किया गया था वो पूरा किया और राम मंदिर परिसर से बाबर का कब्जा हटाकर हमने राम मंदिर बनाया है। उन्होंने आगे कहा कि राम मंदिर निर्माण के लिए हमने जो संकल्प लिया था वो आज पूरा होने जा रहा है। लोगों को लग रहा था कि राम मंदिर बनाएंगे तो देश के अंदर सांप्रदायिक विवाद होगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ, बल्कि हिंदू-मुस्लिम में भाईचारा बढ़ा है और देश एकजुट है।
सीएम सरमा त्रिपुरा में एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा कि हमने जो संकल्प लिया था उसे पूरा किया जा रहा है। हमने राम मंदिर बनाने का वादा किया था तो लोगों को लगता था कि इससे हिंदू- मुसलमानों के बीच सांप्रदायिक तनाव हो जाएगा, लेकिन आज पीएम मोदी को देखिए राम मंदिर का निर्माण भी हो रहा है और हिंदू- मुस्लिमों में भाईचारा भी बना है। हमने 500 साल बाबर के नाम को तप किया था। आज हमने बाबर के कब्जे को हटाकर अयोध्या में भव्य राम मंदिर बना रहे हैं।
#WATCH | "We had resolved to construct Ram Mandir at Ram Janmabhoomi if our Govt comes to power…Babur had occupied the land where Lord Ram was born. Today we removed Babur & started the construction of a grand Ram Temple," says Assam CM HB Sarma, in Banamalipur, Tripura (03.02) pic.twitter.com/gfzdFmF7tW
— ANI (@ANI) February 4, 2023
अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर निर्माण का 50 फीसदी काम पूरा हो चुका है। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के सदस्य ने बताया था कि मंदिर निर्माण का 50 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया है। जनवरी 2024 में मंदिर को लोगों के दर्शन के लिए खोल दिया जाएगा। मंदिर में भगवान के साथ अन्य देवी- देवताओं की भी मूर्तियां स्थापित की जाएंगी। उन्होंने ये भी बताया कि मंदिर का काम तेजी से हो रहा है। दिसंबर तक मंदिर का ग्राउंड फ्लोर तैयार कर लिया जाएगा।
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट ने बताया कि मंदिर का निर्माण 1800 करोड़ रुपये की लागत से पूरा किया जाएगा। श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ ट्रस्ट के सदस्य ने बताया था कि इस समय एक खास प्लान के तहत काम किया जा रहा है। प्लान के मुताबिक राम मंदिर निर्माण के साथ-साथ वाल्मिकी, शबरी, जटायु, सीता, गणेश जी और लक्ष्मण जी के मंदिर का भी निर्माण किया जाएगा। इसके लिए मंदिर के आस पास के इलाकों में 70 एकड़ की जगह को चिन्हित कर लिया गया है।