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Mahadev App case: शादी में उड़ाए 200 करोड़ कैश तो पीछे पड़ा ईडी, जानिए क्या है पूरा मामला

BY: Shanu kumari • LAST UPDATED : October 4, 2023, 10:12 pm IST
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Mahadev App case: शादी में उड़ाए 200 करोड़ कैश तो पीछे पड़ा ईडी, जानिए क्या है पूरा मामला

India News (इंडिया न्यूज़), Mahadev App case: मुकेश अंबानी के परिवार में हुई रॉयल शादी के बारे में आपने जरुर सुना होगा। लेकिन ऑनलाइन सट्टा खेलाने वाले एक ऐप के अंजान प्रमोटर की शादी में हुए खर्च सुनकर आप भी चौंक जाएंगे। बता दें कि महादेव बेटिंग ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकार ने कुछ दिनों पहले दुबई में शादी की थी। जिसमें लगभग 200 करोड़ रुपए खर्च किए गए। इस शादी में कई सिलेब्रिटीज को इनवाइट किया गया और इन सब चीजों में जो खर्च हुए वो सब बिल्कुल कैश में हुआ। अब इस मामले में ईडी ने खुलासे करने शुरु कर दिए हैं। अब तक महादेव ऐप से जुड़े 39 ठिकानों पर छापे मारकर 417 करोड़ रुपये के शेयर और दूसरे एसेट्स बरामद किए हैं।

  • रिश्तेदारों को लाने के लिए प्राइवेट जेट का उपयोग
  • 236 करोड़ रुपये की एसेट्स को किया फ्रीज

 सारा पेमेंट कैश

बता दें कि बेटिंग ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकार छत्तीसगढ़ के रहने वाले हैं। ईडी द्वारा किए जा रहे जांच में पता चला कि सट्टेबाजी से हुई कमाई का बड़ा हिस्सा एफपीआई रूट से भारतीय शेयर मार्केट में निवेश कर रखा है। इस पूरे सिस्टम को सौरभ चंद्राकार और उसका पार्टनर रवि उप्पल मिलकर चलाता है। इस साल सौरभ चंद्राकार ने रॉयल शादी की है। इस शादी की तैयारी करने वाले वेडिंग प्लानर को सौरभ चंद्राकार ने 120 करोड़ रुपये दिए थे। वहीं ख़बर यह भी है कि इस शादी में नागपुर से रिश्तेदारों को लाने के लिए प्राइवेट जेट का उपयोग किया गया था। साथ हीं परफॉर्म करने के लिए बॉलीवुड सिलेब्रिटीज को भी बुलाया गया था। जिसका सारा पेमेंट कैश के जरिए किया गया है।

39 ठिकानों पर छापेमारी

अब ईडी इस मामले की जांच में जुटी है। जिसमें पता चला है कि 112 करोड़ रुपये योगेश बापट की इवेंट मैनेजमेंट कंपनी आर-1 इवेंट्स प्राइवेट लिमिटेड को दिए गए थें। वहीं होटल बुकिंग के लिए 42 करोड़ रुपये दिया गया था। अब पुलिस महादेव ऐप बेटिंग सिंडिकेट के 39 ठिकानों पर छापेमारी की है। जिसमें रायपुर, भोपाल, कोलकाता और मुंबई भी शामिल है। इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दो ओएसडी और एक राजनीतिक सलाहकार पर भी जांच जारी है। ईडी का कहना है कि इस पूरे प्लान का मास्टरमाइंड्स दुबई में बैठा है।

जिसके लिए एएसआई रैंक का अधिकारी नेटवर्किंग का काम करता है। मिली जानकारी के मुताबिक भोपाल की ही कंपनी रैपिड ट्रैवल्स ने चंद्राकर के रिश्तेदारों और सिलेब्रिटीज को दुबई भेजने के लिए टिकट की व्यवस्था की थी। जिसका सारा लेनदेन कैश के माध्यम से किया गया। ईडी से मिली जानकारी के मुताबिक 236 करोड़ रुपये की एसेट्स को पीएमएलए के तहत फ्रीज कर दिया गया है। साथ ही केडिया की डीमैट होल्डिंग्स में 160 करोड़ रुपये की एसेट भी फ्रीज कर दी गई है।

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