INDIA NEWS: भारतीय मूल की प्रसिद्ध अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) 9 महीने अंतरिक्ष में बिताने के बाद सुरक्षित धरती पर लौट आई हैं। उनकी वापसी स्पेसएक्स के ड्रैगन स्पेसक्राफ्ट के जरिए मेक्सिको की खाड़ी में हुई। हालांकि, इतने लंबे समय तक माइक्रोग्रैविटी में रहने के बाद धरती पर लौटने पर कई शारीरिक और मानसिक चुनौतियाँ होती हैं।
आइए जानते हैं कि सुनीता विलियम्स को किन-किन दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा और उनकी रिकवरी प्रक्रिया कैसी होगी।
नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स
अंतरिक्ष में गुरुत्वाकर्षण नहीं होता, जिससे शरीर भारहीन हो जाता है। लेकिन धरती पर लौटते ही:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुनीता विलियम्स को भारत आने का न्योता दिया है। उनके गृहनगर गुजरात के मेहसाणा में लोग जश्न मना रहे हैं और उन्हें भारत में देखने के लिए उत्सुक हैं।
सुनीता विलियम्स की वापसी मानव क्षमता और अंतरिक्ष अन्वेषण का एक नया अध्याय है। हालांकि, धरती पर लौटने के बाद उनकी शारीरिक और मानसिक रिकवरी में समय लगेगा, लेकिन उनकी मेहनत और अनुशासन से वह जल्द ही सामान्य जीवन में लौट आएंगी।
अंतरिक्ष से लौटने के बाद एक अंतरिक्ष यात्री को पूरी तरह सामान्य होने में 3 से 6 महीने तक का समय लग सकता है