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इंडिया न्यूज़ (दिल्ली, supreme court hear matter of joshimath on 16 january): जोशीमठ में आ रही दरारों की घटना से संबंधित याचिका की तत्काल सुनवाई से इनकार करते हुए, सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को कहा कि देश में महत्वपूर्ण सब कुछ सर्वोच्च न्यायालय में नहीं आ सकता है।
भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ और पीएस नरसिम्हा की पीठ ने कहा कि इस मुद्दे को देखने के लिए लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित संस्थान हैं, संस्थान इस पर काम कर रहे हैं। हम इसपर 16 जनवरी को सुनवाई करेंगे।
#Mentioning in #SupremeCourt regarding #JoshimathSinking
Counsel: It's very urgent.
CJI DY Chandrachud: Everything which is important need not come to us. There are democratically elected institutions to see this. We'll keep it on 16th.#SupremeCourtofIndia #SupremeCourt pic.twitter.com/oojV4TJro3
— Live Law (@LiveLawIndia) January 10, 2023
अदालत ने यह बात याचिकाकर्ता की ओर से पेश वकील द्वारा मामले की तत्काल सुनवाई के लिए उल्लेख किए जाने के बाद कही।
जमीन धंसने के बाद कई परिवारों के घरों में दरारें आने के बाद उन्हें जोशीमठ से निकाला गया। याचिका में उत्तराखंड के उन लोगों को तत्काल वित्तीय सहायता और मुआवजा प्रदान करने की मांग की गई थी, जिन्होंने अपना घर और जमीन धंसने से खो दी है।
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