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India News(इंडिया न्यूज़),Supreme Court: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने इस महीने की शुरुआत में एक सार्वजनिक संबोधन के दौरान ‘सनातन धर्म’ के बारे में कुछ टिप्पणियों से एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था। उदयनिधि स्टालिन ने एक सार्वजनिक संबोधन के दौरान सनातन धर्म की तुलना मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियों से करते हुए कहा था कि इसका न केवल विरोध किया जाना चाहिए बल्कि इसे भारत से “मिटाना” चाहिए। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को तमिलनाडु सरकार और डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन को नोटिस जारी किया।
सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी की
समाचार एजेंसी ANI के अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को तमिलनाडु सरकार और डीएमके नेता उदयनिधि स्टालिन को ‘सनातन धर्म’ पर उनकी टिप्पणी के लिए नोटिस जारी किया। उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि “कुछ चीज़ों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें ही ख़त्म कर देना चाहिए। हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते। हमें इसे मिटाना है. इसी तरह हमें सनातन को मिटाना है,”
आपको बता दें उदयनिधि स्टालिन की टिप्पणी से पूरे देश में आक्रोश फैल गया और भाजपा और हिंदू दक्षिणपंथी समूहों ने स्टालिन की उनके विचारों के लिए आलोचना की। फिर भी, स्टालिन अपने सनातन धर्म विरोधी रुख के खिलाफ आक्रोश के बावजूद अपने विचारों को लेकर शख्त बने रहे।
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