Three chefs in we women want conclave: मुंबई में चल रहे वी वीमेन वांट कॉन्क्लेव में तीन सेलिब्रिटी शेफ पहुंची। शिप्रा खन्ना, शाज़िया खान और गुल्तानस शेट्टी भसीन ने अपने अनुभव साझा किए। इन तीनों ने पत्रकार मेघा शर्मा से बातचीत की है। यहाँ उन्होंने कहा कि समय बदल रहा है। पहले सिर्फ पुरुष ही रेस्टोरेंट के किचन में दिखाई देते थे आज महिलाएं भी आपको दिखाई देंगी। हम अपने काम को एन्जॉय करते है।
- युवा पीढ़ी को रास्ता दिखाना लक्ष्य
- गुल्तानस ने काम के लिए नौकरी छोड़ी
- लड़कियां बेहतर रास्ता बनाती है
शेफ का काम करने की शुरुआत कैसे हुई इसपर शाज़िया खान ने जवाब दिया कि मेरे शादी को गई, बच्चे हो गए जब लोगों को लगा कि हम मैं कुछ नहीं कर पाऊँगी तब मैंने यह प्रोफेशन चुना। मैंने अपना नाम अपने काम से कमाया है। लोग हमेश से पहुंचते थे की आप यह क्यों कर रही है? आपको इसकी क्या जरुरत है? इस यात्रा में मैं काफी लोगों की रोल मॉडल बनी हूँ।
शेफ इंडिया जीतना बड़ी बात
शिप्रा खन्ना ने कहा की मास्टर शेफ इंडिया कार्यक्रम जीतना वह प्लेटफार्म था जिसने मेरे जीवन में बदलाव लाया। इसने मेरे शौक को मेरे काम में बदल दिया। कार्यक्रम जीतने के बाद भी मुझे जो भी मौके मिले उसने मेरे जीवन में बड़ा बदलाव लाया। मुझे पता था की मेरा लक्ष्य खाना बनाने से कही ज्यादा है। मुझे युवा पीढ़ी को रास्ता दिखाना है। आज हर क्षेत्र में लड़कियां चमक रही है। हर काम करने में स्ट्रेस और प्रेशर होता है पर लड़कियां बेहतर रास्ता बनाती है। मुझे नहीं लगता की हर जगह लिंगभेद होता है।
चार्टेड अकाउंटेंट की नौकरी छोड़ी
गुल्तानस शेट्टी भसीन ने कहा कि मेरी डिग्री फाइनेंस में है पर मुझे खाने बनाने का शौक है। जब मैं मुंबई आई तब मुझे अपना टैलेंट दिखाने का मौका मिला। जब मैंने अपने चार्टेड अकाउंटेंट का जॉब छोड़ा को लोगों ने कहा कि आप यह क्यों कर रही है? खाने के प्रति मेरे प्यार ने मुझे बहुत कुछ करने के लिए प्रेरित किया। साथ ही सोशल मीडिया ने हमे बड़ा प्लेटफार्म दिया है।
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