Sanjana Sanghi in We women Want Show: भारत की आर्थिक राजधानी मुबंई में वी वीमेन वांट का कॉन्क्लेव चल रहा है। इस कार्यक्रम में अभिनेत्री संजना संघी पहुंची। पत्रकार देविका चोपड़ा से यहां उन्होंने बातचीत की। संजना ने कहा कि एक चीज जो वह दु्निया में बदलने के लिए प्रतिबद्ध और उनका सपना है की भारत के हर बच्चे के पास अच्छी शिक्षा हो और बच्चों को दुनिया को समझने का मौका मिले। मैं लेडी श्री राम कॉलेज से पढ़ी हूँ, वहां जाना आसान नहीं है क्योंकि कटआॉफ बहुत ज्यादा होता था लेकिन उस जगह ने बहुत कुछ सिखाया है।
भारत के युवाओं में कुछ करने का जज़्बा है और सपना है। अगर हमने युवाओं को आगे बढ़ाना शुरू कर दिया तो हम दुनिया में नंबर एक देश होंगे। देविका चोपड़ा ने जब उनसे पूछा कि सिनेमा के माध्यम से वह ऐसा क्या दिखाना चाहेंगी जो समाज का बडे़ पैमाने पर प्रभावित करे?
इस पर संजना ने कहा कि मनोरंजक क्या है क्या देखने में मजा आता है, यह सिर्फ एक मात्रा पैरामीटर होता है क्योंकि फिल्म एक कल्चरल टूल होता है। अगर हम ‘कुछ कुछ होता है’ की बात करे या ‘दिल चाहता है’ की बात करे तो फरहान अख्तर ने युवाओं की आज़ादी की जगह तीन दोस्तों की कहानी बताई लेकिन उसने पूरी पीढ़ी पर प्रभाव डाला इसलिए जब मैं फिल्म चुनती हूँ तो मेरा रोल और एक दर्शक के नाते मुझे मनोरंचक लगेगी की नहीं सिर्फ यही सोचती हूँ।
#WwwMannKiBaat | 'The narrative for women in Bollywood is now changing,' Sanjana Sanghi (@sanjanasanghi96), Actor at the #WeWomenWant Festival
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यह पूछे जाने पर की अभिनेता और अभिनेत्रियों से यह उम्मीद की जाती है कि वह मुद्दों पर अपनी राय रखे तो उन्हें ट्रोल किया जाता है। कलाकारों से जो उम्मीद कि जाती है और जो वास्तविकता है उसमे बहुत अंतर होता है आप इसको कैसे बैलेंस करती है? इस पर उन्होंने जवाब दिया की मैं कई मुद्दों पर कही बातें सोचती हूँ लेकिन मैं कभी हिचकती नहीं हूँ लेकिन कलाकार के नाते मुझे सोचना पड़ता है। मुझे पंकज त्रिपाठी सर से काफी कुछ सिखने को मिला पर अपना विचार रखना ही सबसे बेहतर होता है।
जो पीढ़ी आगे सिनेमा में आना चाहती है उसे आप क्या सुझाव देने चाहेंगी? इसपर संजना ने कहा कि अगर मेरे जूनियर और जानने वाले मुझसे पहुंचते तो मैं कहती हूँ कि अगर आपका कोई गॉड फादर नहीं है तो आप अपने कला पर काम करे। नतीजों पर नहीं प्रक्रिया पर काम करे। बॉलीवुड में महिलाओं के प्रति सोच पूरी तरह से बदल गई है।
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