संबंधित खबरें
Maha Kumbh 2025: कुंभ की तैयारियों को देख अखिलेश ने बांधे तारीफों के पुल, बोले- कमियों की तरफ खींचते रहेंगे ध्यान
kota Night Shelters: खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर लोग, अब तक नहीं किया गया रैन बसेरे का इंतजाम
Kotputli Borewell Rescue: 65 घंटे से बोरवेल में फंसी मासूम चेतना, रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी, मां की बिगड़ी तबीयत
Ajmer Bulldozer Action: दरगाह के पास चला निगम का पीला पंजा, अवैध अतिक्रमण साफ, कार्रवाई से क्षेत्र में मचा हड़कंप
Ajmer Fire News: हाईवे पर बिस्किट से भरा ट्रक जलकर खाक, लाखों का नुकसान, शॉर्ट सर्किट से हुआ हादसा
Rajasthan Weather Update: प्रदेश में ठंड का डबल अटैक, कोहरे से धीमी हुई गाड़ियों की रफ्तार, आज गिरेगा तापमान
नई दिल्ली (We Women Want: Captain Dhami said that 20 years ago we did not have any medium that could tell about the Defense Service and other sectors): दिल्ली में चल रहे ‘वी वीमेन वांट’ के दूसरे संस्करण में आज भारतीय वायुसेना के चार महिला अफसरों ने हमारे एंकर गौरी कुंडलिया के सवालों का जवाब देते हुए वायुसेना में हुए अपने अनुभवों के बारें में खुल कर और बड़ी बेबाकी से सभी सवालों का जवाब दिया। इस पैनल में ग्रुप कैप्टन शालिजा धामी, ग्रुप कैप्टन सुरभि अरोड़ा, विंग कमांडर दीपीका मिश्रा, और स्क्वाड्रन लीडर प्रीत मारिया डिसूजा शामिल थीं।
हमारी एंकर गौरी ने ग्रुप कैप्टन शालिजा धामी से पूछा आज से करीब 20 साल पहले आप पहली भारतीय महीला थी जो वायुसेना में कमीशन हुई थी, उस समय आपकी प्रेरणा क्या थी ? और आपको किसने वायुसेना में जाने के लिए प्रेरित किया ?
इस सवाल के जवाब में ग्रुप कैप्टन धामी ने कहा कि 20 साल पहले हमारे पास ऐसा कोई माध्यम नहीं था जो डिफेंस सर्विस और अन्य सेक्टर के बारे में बता सकें। मैं स्कूल के दिनों से ही पायलट बनना चाहती थी, लेकिन उस उन दिनों पायलट का मतलब किसी भी प्राइवेट एयरलाइन में प्लेन चलाना समझा जाता था। और मैं भी उस वक्त तक भारतीय वायुसेना के बारे में नहीं जानती थी। लेकिन कॉलेज में एनसीसी कैडेट बनने के बाद मुझे इंडियन एयरफोर्स के बारें में पता चला, और वहां से फिर मैंने एसएसबी में सेलेक्ट होने के बाद वायुसेना को ज्वाइन किया।
एंकर गौरी ने विंग कमांडर दीपीका मिश्रा से पूछा कि भारतीय वायुसेना में महिलाओं को कौन-कौन से चैलेंज का सामना करना पड़ता है ?
इस सवाल के जवाब में दीपीका मिश्रा ने कहा की महिलाओं के लिए चैलेंज सिर्फ वायुसेना में नहीं बल्कि हर फिल्ड में रहती है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं को जो मुख्य चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, उनमें सबसे बड़ा है वर्क लाइफ बैलेंस करना। आपको अपने काम और अपने फैमिली को बराबर लेकर चलना पड़ता है जो कि पुरुषों को नहीं करना पड़ता। आपको काम और परिवार दोनों में ही अपने आप को साबित करना पड़ता है।
यहां देखें पूरा इंटरव्यू:- Women in Indian Air Force | We Women Want Conclave 2023 | NewsX
ये भी पढ़ें :- We Women Want के मंच पर सब इंस्पेक्टर प्रीती मान ने साझा किए अपने अनुभव
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.