होम / Mahashivratri 2024: इस वजह से भगवान शिव को चढ़ाया जाता है बेलपत्र, जानें सही नियम

Mahashivratri 2024: इस वजह से भगवान शिव को चढ़ाया जाता है बेलपत्र, जानें सही नियम

Simran Singh • LAST UPDATED : March 7, 2024, 2:22 pm IST
ADVERTISEMENT

संबंधित खबरें

Mahashivratri 2024: इस वजह से भगवान शिव को चढ़ाया जाता है बेलपत्र, जानें सही नियम

Mahashivratri 2024

India News (इंडिया न्यूज), Mahashivratri 2024, दिल्ली: महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर आप भगवान भोलेनाथ की पूजा आर्जना करके उनके आशीर्वाद को प्राप्त कर सकते हैं। भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए उन्हें दूध, दही, शहद, भांग, धतूरा, पुष्प, फल और बेलपत्र जैसी चीज अर्पित करनी चाहिए, लेकिन शास्त्रों में बेलपत्र अर्पित करने का बहुत महत्व माना गया है। पुराणों के अनुसार बेलपत्र शिवलिंग पर चढ़ने से मनुष्य अपनी सारी मनोकामना पूरी कर सकता है।

बिल्ववृक्ष की महिमा 

  • शिव पुराण के अनुसार बिल्ववृक्ष शिव जी का ही रूप है। देवताओं ने शिव स्वरूप वृक्ष की स्तुति की है। तीनों लोगों के स्वामी चमत्कारी पेड़ के मूल भाग में निवास करते हैं। Mahashivratri 2024
  • पुराण में कहा जाता है कि इस बिल्व की मूल भाग में देवों के देव महादेव वास करते हैं। वहीं अगर इस को अपने मस्तक से लगाया जाए तो सभी तरह का ज्ञान को अर्जित किया जा सकता है। इसके साथ ही यह भी कहा गया है कि जो भी मनुष्य गंध, पुष्प आदि के साथ बिल्व की मूल भाग्य की पूजा करता है। उसे शिवलोक की प्राप्ति होती है।
  • इसके साथ ही जो भक्त जड़ के पास दीप जलाते है। उसे तत्व ज्ञान मिलता है।
  • कहां यह भी जाता है कि जो शख्स बिल्व को हाथों में थाम कर उसकी नए-नए पल्लव उतारता है और उसे शिवलिंग पर अर्पित करता है। वह सब पापों से मुक्ति पता है।
shivling

shivling

ये भी पढ़े: एक बार फिर सुर्खियों में आईं Kangana Ranaut, Lata Mangeshkar से जोड़ा नाम

इस वजह से चढ़ता है शिव जी को बेल पत्र Mahashivratri 2024

पुराणों के अनुसार कहा क्या है कि समुद्र मंथन के दौरान कालकूट नाम का विष भी बाहर निकाला था। जिससे सभी देवता डर गए थे। सभी को बचाने के लिए भगवान भोलेनाथ ने वह विष गली में धारण किया। जिसके कारण उनके पूर्व शरीर नीला पड़ गया। उन्हें नीलकंठ के नाम से इसी दिन से जाना जाने लगा।

लेकिन विष की तीव्र ज्वाला से भोलेनाथ का मस्तक गर्म हो गया। जिस कारण से देवताओं ने शिव जी के मस्तक पर गर्मी को कम करने के लिए चंद्रमा को धारण किया। जिसकी ठंडक से वह शांत हो जाए। इसके साथ इस गर्मी को कम करने के लिए बेलपत्र का इस्तेमाल भी किया गया था। ऐसे में जो भी भक्तों उन्हें बेलपत्र और जल अर्पित करता है। वह उसे पर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखते हैं। Mahashivratri 2024

ये भी पढ़े: Bihar News: बिहार पुलिस को मिली बड़ी सफलता, लॉरेंस विश्नोई गैंग के दो शूटर गिरफ्तार

बेलपत्र अर्पित करते समय रखें इन बातों का ध्यान

  • भगवान शिव को एक साथ जुड़े हुए तीन पत्तों वाले बेलपत्र को ही चढ़ाई।
  • भगवान शिव को बेलपत्र अर्पित करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि इसके पत्ते कहीं से भी कटे फटे ना हो।
  • बेलपत्र को कभी भी बासी नहीं माना जाता है। शिव जी को चढ़ाया गया बेलपत्र दोबारा धोकर भी चढ़ाया जा सकता है।
  • भगवान शिव को हमेशा उल्टा बेलपत्र यानी चिकनी सतह की तरफ वाला भाग स्पर्श कराते हुए ही बेलपत्र चढ़ाएं।
  • बेलपत्र को हमेशा अनामिका अंगूठे और मध्यमा उंगली की मदद से ही चढ़ाना चाहिए माथे वाले पत्ते को पड़कर शिवजी को अर्पित करें।
  • शिवजी को कभी भी सिर्फ बेलपत्र अर्पित नहीं करना है। बेलपत्र के साथ आप जल की धारा को भी अर्पित करें।

ये भी पढ़े: WB Police Constable 2024: पुलिस कांस्टेबल के पदों पर…

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

UP Weather Update: ठंडी हवा और कोहरे का प्रकोप, तापमान में जल्द बढ़ेगी गिरावट
UP Weather Update: ठंडी हवा और कोहरे का प्रकोप, तापमान में जल्द बढ़ेगी गिरावट
एक हो जाएंगे चाचा-भतीजा! महाराष्ट्र में हार पर छलका शरद पवार का दर्द, NCP और अजित पवार को लेकर अब ये क्या कह दिया?
एक हो जाएंगे चाचा-भतीजा! महाराष्ट्र में हार पर छलका शरद पवार का दर्द, NCP और अजित पवार को लेकर अब ये क्या कह दिया?
महाभारत में जब श्री कृष्ण के शंख से हील गया था पूरा ब्रम्हांड! वो राक्ष्स जिसके वजह से यमलोक में मच गया था हड़कंप, जानें क्या है उस शंख का नाम?
महाभारत में जब श्री कृष्ण के शंख से हील गया था पूरा ब्रम्हांड! वो राक्ष्स जिसके वजह से यमलोक में मच गया था हड़कंप, जानें क्या है उस शंख का नाम?
हिजबुल्लाह के हमलों से दहला इजरायल, नेतन्याहू के दूतों से चुन-चुनकर बदला ले रहा इस्लामिक संगठन, अब क्या यहूदी देश देगा जवाब?
हिजबुल्लाह के हमलों से दहला इजरायल, नेतन्याहू के दूतों से चुन-चुनकर बदला ले रहा इस्लामिक संगठन, अब क्या यहूदी देश देगा जवाब?
इन 3 राशि के जातकों को आज मिलने जा रहा है बुधादित्य योग का बड़ा मुनाफा, होगा इतना लाभ जिससे आप भी होंगे अंजान!
इन 3 राशि के जातकों को आज मिलने जा रहा है बुधादित्य योग का बड़ा मुनाफा, होगा इतना लाभ जिससे आप भी होंगे अंजान!
‘सांसद होकर दंगे के लिए….’ संभल हिंसा पर भड़के नरसिंहानंद सरस्वती, सांसद जियाउर्रहमान को दी गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी!
‘सांसद होकर दंगे के लिए….’ संभल हिंसा पर भड़के नरसिंहानंद सरस्वती, सांसद जियाउर्रहमान को दी गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी!
Back Pain: कमर दर्द को न करें नजरअंदाज, हो सकता है खतरनाक
Back Pain: कमर दर्द को न करें नजरअंदाज, हो सकता है खतरनाक
पथरी, शुगर, लिवर और किडनी न जानें कितने अनगिनत रोगों का खात्मा कर देगी ये एक देसी चीज, बस महीने में 1 बार खाना कर दें शुरू
पथरी, शुगर, लिवर और किडनी न जानें कितने अनगिनत रोगों का खात्मा कर देगी ये एक देसी चीज, बस महीने में 1 बार खाना कर दें शुरू
4 साल में पत्नी को नहीं मिला वो सुख, जब विरोध किया तो दोनों के साथ सोने लगी भाभी, पति की सच्चाई जान पैरों तले खिसक गई जमीन
4 साल में पत्नी को नहीं मिला वो सुख, जब विरोध किया तो दोनों के साथ सोने लगी भाभी, पति की सच्चाई जान पैरों तले खिसक गई जमीन
संभल में मुसलमानों के साथ …’, हिंसा के बाद बरसे मौलाना मदनी ; योगी सरकार पर लगाया ये बड़ा आरोप
संभल में मुसलमानों के साथ …’, हिंसा के बाद बरसे मौलाना मदनी ; योगी सरकार पर लगाया ये बड़ा आरोप
गूगल मैप्स के सहारे कार में सफर कर रहे थे 3 लोग, अधूरे फ्लाईओवर में जा घुसी गाड़ी, फिर जो हुआ…सुनकर मुंह को आ जाएगा कलेजा
गूगल मैप्स के सहारे कार में सफर कर रहे थे 3 लोग, अधूरे फ्लाईओवर में जा घुसी गाड़ी, फिर जो हुआ…सुनकर मुंह को आ जाएगा कलेजा
ADVERTISEMENT